इंदौर : स्वच्छता की तरह ट्रेफिक में भी इंदौर शहर को नम्बर वन बनाने की दिशा में काम शुरू हो गया है। नगर निगम , ट्रेफिक पुलिस और जिला प्रशासन ने मिलकर शहर के दो बड़े मार्ग जवाहर मार्ग और एमजी रोड पर नया प्रयोग करने के लिए रुपरेखा पूरी तैयार कर ली है। नई व्यवस्था के तहत जवाहर मार्ग और एमजी रोड को वन - वे किया जा रहा है।
जवाहर मार्ग पर नंदलालपुरा से राजमोहल्ला तक वन - वे रहेंगा, जबकि एमजी रोड पर बड़ा गणपति से राजवाड़ा होते हुए कृष्णपुरा छत्री तक वन वे रहेगा। दोनों ही नंदलालपुरा से राजमोहल्ला तक वाहन जा सकेंगे जबकि राजमोहल्ला से वाहन वापस जवाहर मार्ग की तरफ नहीं आ सकेंगे। इसी प्रकार बड़ा गणपति से कृष्णपुरा छत्री तक वाहन जा सकते है लेकिन वापस बड़ा गणपति से जाने के लिए जवाहर मार्ग का उपयोग करना पड़ेगा। अब देखना यह है की प्रशासन का यह प्रयोग कितना सफल साबित होता है।
नगर निगम ने जवाहर मार्ग पर एलिवेटेड ब्रिज बनाने के लिए सारी तैयारी कर ली थी।15 दिन में फिजिबिलिटी सर्वे करने तात्कालीन महापौर उमा शशि शर्मा ने ब्रिज का पूरा प्रोजेक्ट बनाकर एक नया प्रस्ताव शासन को भेज दिया था। प्रस्तावित ब्रिज की लागत करीब 60 करोड़ रु आई थी। शासन से मंजूरी मिलने के बाद राजमोहल्ला चौराहे पर इसके भूमिपूजन के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आ गए थे, लेकिन ऐनवक्त पर भूमिपूजन समारोह स्थगित करना पड़ा था। हालांकि विधायक मालिनी गौड़ ने व्यापारियों के साथ इसके विरोध में धरना देने की बात कही थी। इस विरोध के चलते एलिवेटेड ब्रिज की कहानी वही समाप्त हो गई। 12 साल गुजर गए, लेकिन इसके बाद किसी भी जनप्रतिनिधि ने जवाहर मार्ग पर एलिवेटेड की आवाज नही उठाई।
जवाहर मार्ग की ट्रेफिक व्यवस्था सुधारने के लिए टैफिक पुलिस ने नंदलाल पुरा से राजमोहल्ला तक वन वे कर दिया है। यानी नंदलालपुरा से राजमोहल्ला तक वाहन जा सकते है। राजमोहल्ला से नंदलालपुरा की और आने वाले वाहनों के लिए यह रुट प्रतिबंधित रहेंगा। जवाहर मार्ग की और आने वाले वाहनों को एमजी रोड बड़ागणपति वाले रुट्स आना पड़ेगा। नंदलालपुरा से राजमोहल्ला के बीच पांच चौराहे है, वन वे होने से चौराहों पर वाहनों की आवाजाही भी कम हो जाएंगी।
ट्रेफिक के लिहाज से एमजी रोड का यह हिस्सा काफी महत्वपूर्ण होने के साथ काफी व्यस्त है। यहां पर आए दिन वाहनों का जाम लगा रहता है। इस मार्ग पर 6 बड़े चौराहे आते है जहां हमेशा वाहनों का दबाव बना रहता है। ट्रेफिक पुलिस के मुताबिक एमजी रोड पर होने वाली नई व्यवस्था के तहत बड़े छोटे वाहन बड़ा गणपति से राजबाड़ा होते हुए कृष्णपुरा छत्री की तरफ जा सकेंगे, लेकिन वापस इस रुट्स नहीं आ सकेंगे।
जवाहर मार्ग का हिस्सा राजमोहल्ला से सियागंज ब्रिज (पटेल ब्रिज) तक करीब पौने तीन किलोमीटर का है। इस मार्ग से कई चौराहे जुड़ते हैं। उनमें मालगंज चौराहा, नृसिंह बाजार, मोहनपुरा, यशवंत रोड गुरुद्वारा, नंदलालपुरा और सैफी चौराहा है। ये सभी चौराहों इतने व्यस्त है कि दिनभर वाहनों का दबाव बना रहता है। इस मार्ग पर साइकिल से लेकर दो-तीन और चार पहिया वाहनों के अलावा 900 एमएम की लंबी-चौड़ी सिटी बसों, मिडी बसों और स्कूल बसों की भी आवाजाही बनी रहती है। प्रतिदिन एक से डेढ़ लाख वाहनों की आवाजाही बनी रहती है।