इंदौर :
इंदौर नगर निगम संपत्तिकर में आम नागरिकों के साथ लूट कर रहा है। कोई भी बहुमंजिला प्रकोष्ठ की रजिस्ट्री में यदि सुपर बिल्टअप और बिल्टअप दोनों एरिया लिखें हैं तो नगर निगम रजिस्ट्री में लिखे हुए बिल्टअप एरिया को नहीं मानता है। आज कोई भी नया फ्लैट बिल्डर 35 से 45 प्रतिशत तक सुपर बिल्टअप के हिसाब से रजिस्ट्री कर रहा है।
वहीं नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि रजिस्ट्री में क्या लिखा है उससे हमें कोई मतलब नहीं है, हम तो सुपर बिल्टअप पर 20 प्रतिशत की कमी करके ही संबंधित प्रॉपर्टी पर टैक्स वसूल करेंगे। यदि किसी रजिस्ट्री में बिल्टअप ही लिखा है तो उस पर प्रॉपर्टी टैक्स लगेगा, नहीं तो सुपर बिल्टअप पर 20 प्रतिशत कम करके प्रॉपर्टी टैक्स लगेगा, भले ही बिल्डर ने 35 से 45 प्रतिशत सुपर बिल्टअप ही क्यों न दिखाया हो।