इंदौर :
विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 के कांग्रेस प्रत्याशी सत्यनारायण पटेल ने कहा है कि यदि आप कांग्रेस को जीताएंगे तो हर महीने घर पर आने वाले बिजली के बिल से करंट नहीं लगेगा । अभी तो जिन लोगों के यहां कुछ सौ रु का बिल आता था उनके यहां हजारों रुपए का बिल आ रहा है। पटेल अपनी जनसंपर्क के दौरान नागरिकों से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान पटेल ने चैन सिंह का बगीचा में स्थित माता मंदिर में पूजा अर्चना कर जनसंपर्क शुरू किया ।
जनसंपर्क के दौरान अलग-अलग क्षेत्र में कई तरह की समस्या नागरिकों के द्वारा पटेल के सामने रखी गई जिसमें प्रमुख रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, ड्रेनेज और सड़क की समस्या है। जनसंपर्क के दौरान पटेल ने बताया कि कांग्रेस के वचन पत्र के साथ ही विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 का अलग से विकास मास्टर प्लान बनाया जाएगा और इसी के माध्यम से क्षेत्र में हम विकास करेंगे।
पटेल ने 56 दुकान, न्यू पलासिया गली नंबर 1 से 7 तक जनसंपर्क किया । वहीं अनूप नगर, श्रीनगर एक्सटेंशन कालिंदी पार्क, शांति नगर, श्रीनगर, बीमा नगर, बैकुंठ धाम कॉलोनी पहुंचे । कांग्रेस प्रत्याशी के साथ आज क्षेत्र के संतोष वर्मा, पिंटू सोलंकी, राजेश शुक्ला, अकरम खान, सतनारायण तिवारी, आनंद जोशी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता जनसंपर्क में शामिल थे।
सत्यनारायण पटेल ने कहा कि कांग्रेस के द्वारा यह वचन दिया गया है कि प्रदेश के हर नागरिक का 25 लाख रुपए तक का इलाज फ्री में किया जाएगा । यह व्यवस्था आज जन-जन की जरूरत बन गई है । पटेल अपने विधानसभा क्षेत्र में नागरिकों से जनसंपर्क के दौरान नुक्कड़ सभाओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान जीवन शैली में हर व्यक्ति किसी न किसी बीमारी की चपेट में आ जाता है । ऐसे में उसका इलाज करना गरीब और मध्यवर्ग की परिवार के लोगों के लिए मुश्किल हो जाता है।
नागरिकों की इस मुश्किल को कांग्रेस ने समझा है । यही कारण है कि इस विधानसभा चुनाव के लिए जारी किए गए वचन पत्र में हर नागरिक का 25 लाख रुपए तक का इलाज फ्री में किए जाने का प्रावधान किया गया है । यह योजना एक क्रांतिकारी योजना है। इस योजना की हर नागरिक को जरूरत है । प्रदेश के नागरिकों को यह हम अच्छी तरह से मालूम है कि कांग्रेस जो कहती है वह करती है।
पटेल ने कहा कि इस योजना के क्रियान्वयन से लोगों के सामने आने वाली चुनौती कम होगी । लोगों को सरकार की उपस्थिति का सहयोग मिल सकेगा । वर्तमान में तो हालत इतनी खराब है कि छोटी सी बीमारी होने पर भी इलाज करवाने में व्यक्ति की आर्थिक रूप से कमर टूट जाती है।