इंदौर : महापौर परिषद में पहली बार एक बड़ा बदलाव होने के आसार दिख रहे है। सरकार का ऐसा विचार है कि मेयर इन कौंसिल( MIC ) में एल्डरमैन को भी स्थान दिया जाए. हालांकि इसमें अंतिम निर्णय होना बाकी है. मुख्यमंत्री से इस चर्चा कर प्रस्ताव लाएंगे। मप्र की 16 नगर निगमों में भाजपा के 9 और कांग्रेस के 5 नवनिर्वाचित महापौरों ने शपथ लेकर अपना कामकाज शुरु कर दिया है। सारे महापोर एक्शन में तो आ चुके है लेकिन सभी कि निगाहे महापौर परिषद यानी एमआईसी के गठन पर है। भाजपा की तरफ से अधिकृत जानकारी मिली है की 15 अगस्त के बाद किसी भी समय (संभवतः16 या 17 अगस्त ) एक साथ सभी 9 निगमों में परिषद का गठन कर दिया जाएंगा । उधर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता केके मिश्रा ने जानकारी दी है की कांग्रेस के पांच निगमों में परिषद के गठन में अभी थोड़ा समय लगेगा।
मध्य प्रदेश में नगरीय निकायों के गठन के बाद शिवराज सरकार कुछ बदलाव लाने वाली है। सबसे बड़ा बदलाव यह पहली बार एमआईसी में एल्डरमेन की भी नियुक्ति का होगा। ये जानकारी किसी सोर्स से नही बल्कि प्रदेश के नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने गत 25 जुलाई को सागर में आयोजित बीजेपी की आभार सभा में सार्वजनिक मंच से कहा था कि, प्रदेश के सभी महापौर, निगम अध्यक्ष, एमआईसी सदस्य, नगर पालिका और नगर परिषद के अध्यक्षों को बुलाकर भोपाल में एक कार्यक्रम होगा, जिसे मुख्यमंत्री संबोधित करेंगे। इसमें सबके सुझाव भी लिए जाएंगे । एमआईसी के गठन के बाद तिथि तय होगी।
इसी कार्यक्रम में उन्होंने कहा था की नगरीय निकायों में एल्डरमेन नियुक्त होते हैं. उनमें पर्यावरणविद, बुद्धिजीवियों आदि को रखने के लिए सीएम से चर्चा करेंगे. । उन्होंने कहा एक विचार यह भी है कि मेयर इन कौंसिल( MIC ) में एल्डरमैन को भी स्थान दिया जाए. हालांकि इसमें अंतिम निर्णय होना बाकी है. मुख्यमंत्री से इस पर चर्चा कर प्रस्ताव लाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी के हर घर तिरंगा अभियान के तहत आजादी के अमृत महोत्सव को मनाने के लिए प्रदेश भाजपा जुटी हुई है। इस कारण परिषद के गठन पर फाइनल चर्चा नहीं हो पाई है। एक वरिष्ठ नेता के बताया कि भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सागर, सतना, खंडवा बुरहानपुर, रतलाम तथा देवास में महापौर परिषद का गठन जल्द ही कर लिया जाएगा। एमआईसी में चुने जाने वाले पार्षदों की संभावित नामों की सूची संगठन के पास पहुंच गई है। स्वतंत्रता दिवस के बाद किसी भी समय (सम्भवत: 16 या 17 अगस्त 2022) नई परिषद का ऐलान कर दिया जाएंगा।
इस बार 2022 का नगरीय निकाय चुनाव कांग्रेस के लिए काफी हद तक सफल रहा है। पिछले निकाय चुनाव में कांग्रेस का एक भी महापौर नहीं था, सभी 16 निगमों पर भाजपा का कब्जा था, लेकिन इस बार कांग्रेस ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए ग्वालियर, जबलपुर, सिवनी , मुरैना और छिंदवाड़ा में महापौर बने है। उक्त पांचों निगम परिषदों का गठन कब होगा अभी कुछ भी तय नहीं है। जब प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि परिषद के गठन पर अभी थोड़ा समय लग सकता है।