रूस और यूक्रेन के बीच जंग खत्म होती नजर नहीं आ रही है। रूस का दावा है कि वो सिर्फ यूक्रेन की सेना को निशाना बनाकर हमला कर रहा है। असैनिकों को वो नुकसान नहीं पहुंचा रहा। लेकिन यूक्रेन की तमाम मीडिया उसके दावे को गलत करार दे रही है। फिलहाल प्रोपेगंडा को काउंटर करने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने अपनी रेड लिपिस्टिक आर्मी को मैदान में उतारा है। वो इस मोर्चे पर काम कर रही हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन पर फतह को रूस ने अपनी प्रतिष्ठा का मसला बना लिया है। वो हर हाल में जेलेंस्की को अपदस्थ करके अपने पसंदीदा शख्स को यूक्रेन की कमान सौंपने पर आमादा है। रूसी सेना लगातार यूक्रेन पर दबाव बना रही है। लेकिन यूक्रेन की सरकार पुतिन की छवि खराब करने का कोई मौका जाया नहीं कर रही। पुतिन ने उनकी रणनीति को बखूबी समझ तेज तर्रार खूबसूरत महिलाओं को मैदान में उतार दिया है। वो अपने मोर्चे पर डटी हुई हैं और यूक्रेन के दावों की काट में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही हैं।
कुछ अरसा पहले तक पुरुष सरकार की तरफ से मीडिया से रूबरू होकर यूक्रेन के दावों की काट करते थे, लेकिन देखा गया कि उनकी बातों का लोगों पर असर कम हो रहा था। अब इस काम के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपनी रेड लिपस्टिक आर्मी का इस्तेमाल कर रहे हैं। ग्लैमरस महिलाएं मीडिया के सामने आती हैं तो उनका स्टाइल और चमकीली लिपिस्टिक एक अलग माहौल बनाते हैं। सोशल मीडिया पर भी इस आर्मी को काफी ट्रेंड किया जा रहा है। यानि पुतिन का नई रणनीति खासी कामयाब हो रही है।
यूक्रेन का दावा है कि रूसी हमले में उसके हो रहा है। जेलेंस्की ने दावा किया है कि हमले में उसके सैकड़ों आम नागरिकों की मौत हुई है। रूस ने एक मैटरनिटी हॉस्पिटल पर हमला कर एक बच्चे समेत तीन लोगों की जान ले ली। हालंकि, रूस के विदेश मंत्रालय पब्लिसिटी डायरेक्टर मारिया जखारोवा ने रूसी हमलों से जुड़े सवालों को इंफॉर्मेशन टेररिज्म बता दिया। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के दावे झूठे हैं।
पुतिन की एलीट आर्मी यूक्रेन में हमले के दौरान आम नागरिकों की मौत की खबर को सही मानने को तैयार नहीं है। उनका दावा है कि ये यूक्रेन का प्रोपेगंडा है। जिससे उन्हें दुनिया के दूसरे देशों की सहानुभूति और मदद मिल सके। एलीट आर्मी का कहना है कि रूस ने केवल यूक्रेन के गृहयुद्ध में दखल दिया है। वो नहीं चाहता कि वहां के लोग आपस में लड़कर मारकाट करें।