जेल में बंद इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के जरिए समर्थित तीन कैंडिडेट्स, आमिर मुगल, शोएब शाहीन और मोहम्मद अली बुखारी ने इलेक्शन हारने के बाद इस्लामाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर करके इलेक्शन रिजल्ट्स में धांधली का इल्जाम लगाया था.
इस मामले की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने पाकिस्तान इलेक्शन कमीशन (ईसीपी) के जरिए एनए-46, एनए-47 और एनए-48 सीट के लिए जारी चुनाव रिजल्ट्स अधिसूचनाओं को रद्द कर दिया. कोर्ट ने अंजुम अकील खान, तारिक फजल चौधरी और राजा खुर्रम नवाज की जीत पर रोक लग दी, जिन्होंने उक्त तीन सीट पर जीत हासिल की थी.
आठ फरवरी को हुए चुनाव में खान और चौधरी ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के टिकट पर जीत हासिल की, जबकि नवाज ने एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में जीते पर उन्हें पीटीआई का समर्थन नहीं मिला था. नवाज अपनी जीत के बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) में शामिल हो गए.
हालांकि, पाकिस्तान में अभी तक किसी भी पार्टी की सरकार नहीं बन पाई है. क्योंकि किसी भी पॉलिटिकल पार्टी को बहुमत नहीं मिला है. सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 266 सीटों में से 133 सीटों पर जीत हासिल करनी थी. पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी PTI के 94 निर्दलीय कैंडिडेट्स चुनाव जीते हैं, वहीं, नवाज शरीफ की पार्टी PML (N) के 71 उम्मीदवार विजयी हुए हैं. इसके साथ ही बिलावल भुट्टों की पार्टी PPP ने 52 और 36 निर्दलियों कैंडिडेट्स ने इस चुनाव में बाजी मारी है.