Heavy Rain Alert: देशभर में भारी बारिश का कहर जारी है वहीं पर 6 दिनों से लगातार हिमाचल, उत्तराखंड, दिल्ली, यूपी और पंजाब में बारिश हो रही है। वहीं पर हिमाचल प्रदेश में बारिश से ब्यास नदी उफान में चल रही है। यहां पर जलस्तर बढ़ने से कई इमारते डूबी है तो कई पर्यटक फंसे रह गए। पिछले 72 घंटों में देश के अलग-अलग राज्यों में 42 लोगों की जान चली गई। हिमाचल में 20, जम्मू-कश्मीर में 15, दिल्ली में पांच और राजस्थान और हरियाणा में एक-एक की मौत हुई है।
मौसम विभाग ने दिया 24 घंटे का पूर्वानुमान
भारतीय मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है जिसके साथ राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा, गुजरात, गोवा, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में तेज बारिश अपना असर दिखाएंगी। वहीं पर झारखंड, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और तमिलनाडु में बिजली चमकने के साथ हल्की बारिश हो सकती है
हरियाणा में जलमग्न हुआ शहर
हरियाणा में भारी बारिश का कहर बढ़ता जा रहा है जहां पर यमुनानगर में हथनीकुंड बैराज पर जलस्तर बढ़ने के कारण एक मकान का एक हिस्सा ढह गया। अंबाला में पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण शहर के रिहायशी इलाकों में जलभराव हो गया। शालीमार कॉलोनी, हीरा नगर, अशोक विहार और कई अन्य आवासीय कॉलोनियों में पानी भर गया।
हिमाचल प्रदेश में बाढ़ का बड़ा कहर
हिमाचल प्रदेश में सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी बारिश का कहर जारी है जहां बीते दो दिन में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन में 18 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा बारिश के चलते अधिकांश जलविद्युत परियोजनाएं प्रभावित हुई हैं और सैकड़ों करोड़ रुपये की संपत्ति नष्ट हो गई है। अकेले शिमला जिले में सोमवार को भूस्खलन ने चार और लोगों की जान ले ली।
इसके साथ ही मंडी में भारी बारिश की वजह से ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ा। वीडियो ड्रोन से लिया गया है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को सुबह एक वीडियो संदेश जारी कर लोगों से अपील की कि वे भारी बारिश में, खासकर नदियों और नालों के पास जाने से बचें और मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए अगले 24 घंटे सतर्क रहें।
महाराष्ट्र में ट्रेनों को रोका
अकोला में सोमवार को भारी बारिश के कारण मध्य रेलवे के मुर्तिजापुर-माना मार्ग पर पटरियों के नीचे की पत्थर की रोड़ी बह गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शाम छह बजे हीरपुर गेट के पास हुई घटना के बाद कई ट्रेन को उस मार्ग पर पहुंचने से पहले ही रोक दिया गया। 12139 सीएसएमटी-नागपुर एक्सप्रेस को भुसावल स्टेशन पर, 01140 मडगांव-नागपुर एक्सप्रेस को अकोला स्टेशन पर और 12112 अमरावती-सीएसएमटी एक्सप्रेस को बडनेरा स्टेशन पर रोक दिया गया।
उन्होंने कहा कि 11121 भुसावल-वर्धा एक्सप्रेस को मुर्तिजापुर स्टेशन पर रोका गया और इसके बाद इसे रद्द कर दिया गया, जबकि कुछ ट्रेन को नागपुर, इटारसी, खंडवा, भुसावल और अन्य मार्गों की ओर मोड़ दिया गया।
उत्तराखंड: देहरादून में लगातार बारिश के कारण विकासनगर में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है।