दिवाली का त्यौहार लगभग भारत के सभी हिस्सों में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन सभी अपने अपने घरों में दिए जलाते हैं, रंगोली बनाते हैं और लक्ष्मी-गणेश की पूजा करते हैं। दिवाली से करीब 1 महीने पहले से लोग साफ़ सफाई के काम में जुट जाते हैं।
दिवाली को रौशनी पर्व भी कहते हैं क्यूंकि इस दिन सबके घर जगमगाते रहते हैं। आपके इस रंग में भंग ना हो इसलिए दिवाली के मौके पर आशा आयुर्वेदा की डायरेक्टर तथा फर्टिलिटी विशेषज्ञ डॉ चंचल शर्मा ने गर्भवती महिलाओं के लिए कुछ जरुरी टिप्स दी हैं, जिसको ध्यान में रखते हुए आप गर्भावस्था में भी अपनी प्रेगनेंसी को आरामदायक बना सकते हैं।
यहाँ प्रेगनेंट महिलाओं के लिए दिवाली से पहले होने वाली सफाई से लेकर दिवाली के दिन की मिठाई तक की सभी महत्वपूर्ण बातों के विषय में बात करेंगे।
दिवाली से पहले साफ़ सफाई का विशेष ध्यान दिया जाता है। घर से लेकर बाहर तक पूरा डिज़ाइन ही बदल दिया जाता है। अगर आप गर्भवती हैं तो आपको साफ़ सफाई के समय अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए कुछ भी करना चाहिए। आप फिजिकल काम करने से बचें और इन कामों के लिए घर के अन्य सदस्यों की मदद लें। उसकी जगह आप कुछ भी क्रिएटिव काम कर सकते हैं। आप वजनदार सामान उठाने से परहेज करें क्यूंकि ऐसे में आपकी ऊर्जा का गलत इस्तेमाल होगा और उससे आपकी प्रेगनेंसी पर असर हो सकता है। आप केमिकल प्रोडक्ट्स से भी दुरी बनाये रखें। इस तरह की भागदौड़ में अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद जरुरी है।
दिवाली के त्यौहार में मिठाइयों की एक विशेष भूमिका होती है। इस अवसर पर लोग एक दूसरे को मिठाइयों और नमकीन की सौगात देते हैं। लेकिन गर्भवती महिलाओं को इस प्रकार के तले हुए और मीठे खाद्य पदार्थ से परहेज करना चाहिए क्यूंकि इससे आपको एसिडिटी की समस्या हो सकती है जो आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। आपको गेस्टिंग के समय भी चाय, कॉफी और शराब के अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए।
दिवाली से पहले घर को जगमगाने के लिए लोग पेंट्स का भी इस्तेमाल करते हैं लेकिन इससे आपका अस्थमा ट्रिगर हो सकता है इसलिए जहाँ भी सफेदी या पेंटिंग का कार्य हो रहा हो वहां से दुरी बनाये रखें।
दिवाली के मौके पर सभी तैयार होकर एक दूसरे को मुबारकबाद देने भी जाते हैं लेकिन गर्भवती महिलाओं को ऐसे समय में ब्यूटी ट्रीटमेंट से बचना चाहिए। ऐसे प्रोडक्ट्स में जिन केमिकल्स का इस्तेमाल होता है वह आपके और आपके गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है।
अक्सर ऐसे अवसर लोग पटाखे जलाते हैं लेकिन गर्भवती महिलाओं को पटाखे के शोर और धुएं से बचना चाहिए क्यूंकि यह आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है इसलिए ना तो खुद पटाखे जलाएं ना ऐसे किसी स्थान पर रहें जहाँ आतिशबाजी चल रही हो।
बड़ों का आशीर्वाद लेना भारतीय संस्कृति का एक हिस्सा रहा है। दिवाली के मौके पर प्रेगनेंट महिलाओं को बार बार झुकने से बचना चाहिए।