Health Tips: रोटी हमारी डाइट का अहम हिस्सा है जिसका सेवन हम दिन में दो से तीन बार करते हैं। देश के ज्यादातर हिस्सों में रोटी बनाने के लिए गेहूं के आटे का इस्तेमाल किया जाता है। गेहूं का आटा मतलब कार्ब्स का स्रोत। सीधा कहें तो गेहूं में मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट होता है, जो शरीर को एनर्जी देता है। अगर आप दिन में तीन बार 8-10 रोटी गेहूं के आटे से बनी हुई खाते हैं तो आपकी बॉडी उस एनर्जी को खर्च नहीं करती और एक्स्ट्रा एनर्जी को फैट में बदल देती है जिसका नतीजा वजन तेजी से बढ़ने लगता है।
दिन भर में 2-3 रोटी एक समय में सब्ज़ी, दाल, सलाद के साथ खाएं तो कोई नुकसान नहीं होता, लेकिन अगर आप हर खाने में 4-5 रोटी खाते हैं, बॉडी को एक्टिव नहीं रखते, उसके साथ चावल, मीठा और स्नैक्स भी खाते हैं तो आपका वजन बढ़ना तय है। अगर आप दिन भर में तीन टाइम रोटी खाते हैं तो आप अपने अनाज में सबसे पहले सुधार करें। आप गेहूं के आटे में चने का आटा मिक्स करके खाएं आपकी रोटियां मेडिसिनल रोटियां बन जाएंगी। गेहूं के साथ चने के आटे का कॉम्बिनेशन बहुत ही संतुलित, पौष्टिक और हेल्दी विकल्प है।
एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ बिमल झाजर के मुताबिक मोटा अनाज सेहत के अमृत है। हेल्दी रहने के लिए आप प्रोसेस फूड, फ्राई फूड से परहेज करें और हेल्दी रोटी का सेवन करें। ये आटा कई बीमारियों को अकेले कंट्रोल कर सकता है। इस आटे का सेवन करके वजन कंट्रोल रहता है, पाचन दुरुस्त रहता है औरशुगर भी नॉर्मल रहती है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि गेहूं के आटे के साथ चने का आटा मिक्स करके खाने से सेहत पर कैसा असर होता है।
गेहूं में थोड़ा प्रोटीन होता है, लेकिन चने का आटा प्रोटीन से भरपूर होता है। गेहूं के आटे के साथ चने का आटा मिक्स करके खाने से आपकी रोटी का पोषण मूल्य बढ़ जाता है और आपकी रोटी ज्यादा एनर्जी देती है।
चना आटा फाइबर से भरपूर होता है। लो ग्लाइसेमिक इस आटे को गेहूं के साथ मिक्स करके खाने से ब्लड शुगर का स्तर तेजी से स्पाइक नहीं करता। इस आटे की रोटी खाने से ब्लड शुगर धीरे-धीरे बढ़ता है।
फाइबर रिच इस आटे को खाने से पाचन दुरुस्त रहता है। ये आटाका इलाज करता है और पाचन को दुरुस्त करता है। इसका सेवन करने से बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं।
ज्यादा फाइबर और ज्यादा प्रोटीन वाला ये आटा पेट को लम्बे समय तक भरा रखता है। इस आटे का सेवन करने से भूख कंट्रोल रहती है, ज्यादा खाने की क्रेविंग नहीं होती और वजन कंट्रोल रहता है।
गेहूं के आटे के साथ चने का आटा मिक्स करके खाने से हॉर्मोन बैलेंस रहते हैं और मेटाबॉलिज्म दुरुस्त रहता है। चना के आटा में विटामिन B, आयरन, फोलेट और जिंक मौजूद होता है। ये सारे मिनरल्स शरीर के हार्मोन और मेटाबॉलिक फंक्शन को सपोर्ट करते हैं।
जिन लोगों का पाचन खराब रहता है या फिर पेट में गैस ज्यादा बनती है अगर वो इस आटे का सेवन करेंगे तो उनके पेट में गैस बनेगी और पेट में भारीपन होगा। आप पाचन से जुड़ी परेशानियों से बचना चाहते हैं तो आप चने का आटा भूनकर इस्तेमाल करें। जिन लोगों को किडनी से जुड़ी परेशानी है वो इस आटे का सेवन कम करें। प्रोटीन डाइट का सेवन करने से किडनी का काम प्रभावित होता है।