डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या जिस तेजी से युवाओं को अपनी चपेट में ले रही है, इससे बचने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से समय-समय पर कुछ ना कुछ हेल्थ सजेशन जारी किए जाते रहते हैं. साथ ही कई मेडिकल रिसर्च भी पब्लिश होती रहती हैं. कोविड के बाद जो हेल्थ प्रॉब्लम्स बहुत अधिक देखने को मिल रही हैं, उनमें हाई ब्लड प्रेशर के केस और डायबिटीज टाइप-2 के मामले भी बहुत अधिक हैं.
हाई बीपी और डायटबिटीज टाइप-2 मुख्य रूप से अधिक चीनी और अधिक नमक खाने से होते हैं. साथ में यदि ऑइल या फैट कंटेंट भी अधिक हो तो ये फूड्स बहुत जल्दी बीमार और कमजोर बनाते हैं. इन्हें ध्यान में रखते हुए WHO की तरफ से हेल्दी डायट को लेकर कुछ जरूरी गाइडलाइन्स जारी की गई थीं ताकि लोग लाइफस्टाइल के कारण इन बीमारियों की चपेट में आने से बच सकें. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस बारे में सभी देशों को अलर्ट किया था, जिसके बाद कई देशों ने अपने मार्केट में मिलने वाले जंक फूड्स पर पाबंदी लगा दी थी.
WHO की गाइडलाइन्स के अनुसार, एक स्वस्थ व्यक्ति को एक दिन में अधिक से अधिक 5 ग्राम नमक खाना चाहिए. इससे ज्यादा मात्रा में नमक खाने से बीपी हाई रहना और हड्डियों के कमजोर होने की समस्या बढ़ सकती है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन्स के अनुसार एक स्वस्थ व्यक्ति को एक दिन में 6 से 8 चम्मच चीनी का सेवन करना चाहिए. यदि आपको शुगर की समस्या है या हाई बीपी की समस्या है तो आपको रिफाइंड शुगर यूज करने से पूरी तरह बचना चाहिए. इसकी जगह आप फल और सूखे मेवे खाएं. ताकि आपकी स्वीट क्रेविंग शांत हो सके और आपको नैचरल शुगर की एनर्जी मिले.
जिसे कोलेस्ट्रॉल, हाई बीपी या शुगर की समस्या या कोई लंबी, गंभीर और पुरानी बीमारी नहीं है, उस व्यक्ति को एक दिन में अधिक से अधिक 4 चम्मच तेल का उपयोग करना चाहिए. मेल्ट हुए देसी घी पर भी यही मात्रा लागू होती है. हालांकि देसी घी यदि गाय का है तो इसकी मात्रा एक-दो चम्मच बढ़ा सकते हैं. इस तय मात्रा से अधिक चिकनाई डेली लाइफ में खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है और हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है.
इसलिए यदि आप डायबिटीज टाइप-2, हाई कोलेस्ट्रोल और हाई बीपी की समस्या से बचना चाहते हैं तो डेली डायट में तेल, चीनी और नमक की मात्रा को सही तरीके से यूज करें. इनका अधिक सेवन आपको बीमार बना सकता है और इनका जरूरत से कम सेवन आपके शरीर को कमजोर बना सकता है. क्योंकि बॉडी में शुगर या सॉल्ट की कमी हो जाती है तो बीपी लो हो जाता है, ऐसा होना भी सेहत के लिए हानिकारक होता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.