किडनी का मुख्य कार्य खून को शुद्ध करना और शरीर में पानी एवं क्षार का संतुलन करके यूरिन बनाना है। आसान भाषा में कहें तो किडनी शरीर में एक फिल्टर की तरह काम करती है। अच्छी सेहत के लिए किडनी का स्वस्थ होना बेहद ज़रूरी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ के मुताबिक कैंसर की तरह किडनी की बीमारी भी व्यक्ति को उसके शुरुआती लक्षणों से पता नहीं चलती हैं। कई बार जबतक पता चलता है, तबतक बहुत देर हो चुकी होती है।
शुरुआत में ज्यादातर लोग इसके लक्षणों को नज़रंदाज़ कर देते हैं और जब तक इस समस्या का पता चलता है तब तक किडनी डैमेज हो चुकी होती है। आपको बता दें कि किडनी खराब होने के लक्षण इतने सूक्ष्म होते हैं कि हम इस पर शुरूआती वर्षों में बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे पाते, या कहें कि इसको महसूस भी नहीं कर पाते हैं। इसी कारण इसे ‘साइलेंट किलर’ भी कहा जाता है। टॉक्सिक किडनी के कुछ सामान्य लक्षण यहां हम आपको बता रहे हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार किडनी इंफेक्शन एक प्रकार का यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होता है जो यूरेथ्रा या ब्लैडर से शुरू होकर एक या दोनों किडनी तक पहुंचता है। इस इंफेक्शन में तुरंत अगर इलाज न हो पाए तो ये किडनी को पूर्ण रूप से डैमेज कर सकती है। इसके अलावा, ब्लड स्ट्रीम में फैलने का खतरा होता है जिससे जानलेवा संक्रमण हो सकता है। इसके अलावा यदि आपको कई बार पेशाब आ रही है, तो साफ है कि आपको किडनी की समस्या हो रही है। जिन लोगों की किडनी में कोई दिक्कत होती है, वह बार बार पेशाब जाते हैं।
यदि आपको पहले की अपेक्षा हर समय थकान या कमजोरी महसूस होने लगे तो समझिये आपको किडनी की समस्या हो सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक किडनी की समस्या गंभीर होती है, तब व्यक्ति अधिक से अधिक कमजोर और थका हुआ महसूस करने लगता है, इसका असर ये होता है कि इंसान का चलना फिरना तक मुश्किल हो जाता है।
अगर किडनी की समस्या है तो व्यक्ति को हर समय पेट भरा हुआ महसूस हो सकता है और उसका कुछ भी खाने का मन नहीं करेगा, जो आपके लिए खतरनाक भी हो सकता है।
स्वामी रामदेव के मुताबिक किडनी को स्वस्थ रखने के लिए मंडूकासन, शशकासन, मुद्रासन, भुजंगासन काफी मददगार हैं। इनके माध्यम से किडनी को स्वस्थ रखा जा सकता है। साथ ही इस योगासन के माध्यम से इम्युनिटी भी बढ़ाई जा सकती है। साथ ही पाचन तंत्र भी सही रहता है। इसी तरह नौकासन से भी रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है और फेकड़ा स्वस्थ रहता है।