Low BP: बदलते मौसम में कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं परेशान करती हैं, जिसमें एक बीपी लो भी शामिल है। गर्मी के मौसम में बीपी लो तमाम लोगों को परेशान करता है। अगर आपको अक्सर लोकी समस्या होती है यानी चक्कर आना, कमजोरी महसूस होना या थकान रहना, तो कुछ खास फल आपकी मदद कर सकते हैं। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि सही डाइट से लो बीपी को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। लो बीपी को कंट्रोल करने के लिए कौन से फल खाने फायदेमंद होते हैं। जानिए
ब्लड प्रेशर लो होने पर भी हाई होने की तरह की कई प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है। हालांकि, कभी-कभी लो ब्लड प्रेशर में लक्षण साफ नहीं दिखाई देते हैं। चलिए आपको बताते हैं बीपी लो होने पर क्या लक्षण दिखाई देते हैं और बीपी लो होने पर कौन से फल फायदेमंद होते हैं।
चक्कर आना सबसे ज्यादा बताए जाने वाले लक्षणों में से एक है, हालांकि यह तब ज्यादा होता है जब कोई बैठा हुआ व्यक्ति अचानक से खडा होता। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि आपका रक्तचाप अचानक गिर जाता है, जिससे आपके मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है और आपको चक्कर आने लगता है।
जब आपका ब्लड फ्लो ठीक से नहीं होता है, तो आप बहुत थका हुआ महसूस करते हैं और रोजमर्रा के कामों को करने के लिए भी शरीर में एनर्जी कम हो जाती है।
जब लो ब्लड प्रेशर और निम्न हो जाता है, तो मस्तिष्क को पर्याप्त रक्त नहीं मिल पाता, जिससे चक्कर आ सकते हैं और बेहोशी भी आ सकती है।
बीपी लो में केला खाना फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें पोटैशियम की अच्छी मात्रा होती है जो ब्लड प्रेशर को बढ़ाने में मदद करता है। यह ब्लड वॉल्यूम को भी बढ़ाता है और थकान कम करता है। रोज सुबह एक या दो पके हुए केले खाने से बीपी लो की समस्या दूर हो जाएगी।
बीपी लो को नॉर्मल करने के लिए संतरा बहुत ही लाभकारी होता है। संतरा विटामिन C, पोटैशियम और नैचुरल शुगर से भरपूर होता है, जो शरीर में बीपी लो के कारण होने वाली कमजोरी को दूर करने का काम करता है। इसके साथ ही संतरे का सेवन करने से शरीर को तुरंत एनर्जी भी मिलती है।
तरबूज में 90से ज्यादा पानी होता है, जो डिहाइड्रेशन को दूर करता है। डिहाइड्रेशन लो बीपी का एक बड़ा कारण होता है, इसलिए तरबूज इसे बैलेंस करने में मदद करता है। गर्मियों में दोपहर में एक कटोरी तरबूज जरूर खाएं। तरबूज खाने शरीर में पानी की कमी भी नहीं होती।