Workout Benefits: वर्कआउट यानी व्यायाम करने के बेशुमार फायदे हैं। यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को मजबूत बनाने और सुधारने में कारगर है, बल्कि मानसिक मजबूती को बढ़ाने में भी मदद करता है। यहां वर्कआउट करने के 9 फायदे बताए गए हैं, जिसे जानकर आप आज से ही अपनी डेली रूटीन में इसे शामिल करना चाहेंगे।
रोजाना व्यायाम (वर्कआउट) करने से बॉडी स्ट्रांग बनती है। मजबूत मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों की सुरक्षा हर किसी की जरुरत है। शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा होने से आप कोई काम अच्छे से कर सकते हैं।
फिटनेस यानी चुस्ती-फुर्ती, चाहे वह शारीरिक हो या मानसिक। रोजाना व्यायाम (वर्कआउट) करने से बॉडी की जेनरल फिटनेस बनी रहती है। परिणामस्वरूप आप दिनचर्या को बेहतर ढंग से निभाने में कामयाब होते हैं। इससे आपके काम की प्रोडक्टिविटी बढ़ जाती है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, आज पूरी दुनिया में 60 से 65 प्रतिशत लोग ओबेसिटी यानी मोटापे के शिकार हैं। यह केवल गलत खानपान से नहीं होता है, बल्कि रिपोर्ट के अनुसार एक्सरसाइज यानी व्यायाम (शारीरक मेहनत) न करना इसकी सबसे बड़ी वजह है।
क्योंकि, वर्कआउट न करने से बॉडी की कैलोरी जलती (Burn) नहीं है, यानी खर्च नहीं हो पाती है, जो ओबेसिटी का कारण बन जाता है। इसलिए यदि आप आप अपने वजन को नियंत्रित करना चाहते हैं, तो रोजाना वर्कआउट करें।
नियमित वर्कआउट (व्यायाम) करने से हृदय स्वस्थ रहता है, क्योंकि उसकी पम्पिंग की प्रक्रिया में सुधार आता है। व्यायाम हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और रक्त प्रवाह (ब्लड सर्कुलेशन) को बेहतर रखने में सहायता करता है।
नियमित एक्सरसाइज करने से शरीर की रक्त शर्करा (ब्लड ग्लूकोज) का स्तर अपनी निश्चित सीमा में रहता है। जिन्हें डायबिटीज है, व्यायाम करने से उनके ब्लड ग्लूकोज लेवल में निरंतर सुधार होता रहता है, जिससे डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
रोजाना व्यायाम करने से न केवल तन बल्कि मन भी स्वस्थ और आनंदित रहता है। इसलिए कहा जाता है कि ‘स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन का वास होता है।’तनाव को कम करने, मानसिक चिंताओं को दूर करने और मानसिक शक्ति को बढ़ावा देने में वर्कआउट एक रामबाण उपाय है।
सेल्फ-डिस्सिप्लिन हर काम के लिए एक ‘की फैक्टर’ (Key Factor) की तरह काम करता है। नियमित व्यायाम करने से आपकी सेल्फ-डिस्सिप्लिन बढ़ती है। खुद पर कंट्रोल बढ़ता है। यह आपके हेल्थ ही नहीं बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी फायदेमंद सिद्ध होता है।
नियमित रूप से व्यायाम करने पर न केवल आपको बेहतर नींद आती है, बल्कि आपकी नींद में यदि कोई अनियमितता है, तो उसमें गुणात्मक सुधार आता है। वर्कआउट सोने का पैटर्न सेट कर डेली रूटीन को भी बेहतर और व्यवस्थित बना देता है।
जिन्हें कुछ उलझनें रहती हो, खुद पर भरोसा कम होता है, आंतरिक उहापोह बना रहता हो, उनके लिए व्यायाम करना एक ट्रीटमेंट और थेरैपी की तरह काम करता है। वर्कआउट आपको आत्मसमर्पित बनाता है, फलस्वरूप आपका आत्मविश्वास बढ़ जाता है।
यह देखा गया है कि जो नियमित व्यायाम (वर्कआउट) करते हैं, वे अपने लक्ष्यों की प्राप्ति करने के लिए प्रतिबद्ध रहते हैं।
यदि आप यहां व्यायाम (वर्कआउट) करने के सुझाए गए फायदों से इत्तफाक रखते हैं और मुतमईन हैं, और आज से ही व्यायाम करना शुरू करने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो यह एक बढ़िया फैसला है। लेकिन, आप अपनी वर्जिश की शुरुआत हलके व्यायाम से शुरू करें। और फिर, धीरे-धीरे इसे बढ़ाते जाएं। ध्यान रहे कि सबसे महत्वपूर्ण है यह कि आप यह नियमित रूप से करें।