बदलती लाइफ स्टाइल के साथ पुरुषों की कमर का साइज बढ़ना काफी आम है. कमर के चारों ओर फैट बढ़ने में गलत लाइफस्टाइल, गलत खान-पान, अनहेल्दी डाइट काफी अहम भूमिका निभाती हैं. अगर कोई इनमें से किसी भी चीज पर ध्यान नहीं देता तो उसका वजन बढ़ने लगता है और शरीर में चर्बी जमने लगती है. कोरोना महामारी (corona pandemic) के बाद से कई लोग अपने बढ़ते वजन की समस्या से जूझ रहे हैं. लेकिन हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक, जिन लोगों की कमर का साइज चार इंच तक बढ़ जाता है, उन लोगों में कैंसर के एक प्रकार का खतरा बढ़ जाता है इसलिए सभी को अपने कमर का साइज कम करने की कोशिश करनी चाहिए.
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्टडी के मुताबिक, कमर के चारों ओर एक्स्ट्रा चार इंच चर्बी या फैट बढ़ने से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है और मरने का जोखिम 7 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा 25 लाख पुरुषों पर रिसर्च की गई, जिसमें यह निष्कर्ष निकलकर सामने आया है. रिव्यू में पाया कि बीयर पीना भी प्रोस्टेट कैंसर की ग्रोथ को बढ़ावा देता है.
नीदरलैंड(Netherlands) के मास्ट्रिच में यूरोपीय कांग्रेस ऑन ओबेसिटी (ईसीओ) में प्रेजेंट की गई 19 स्टडी के रिव्यू में बताया गया कि कमर के आसपास की चर्बी प्रोस्टेट कैंसर के खतरे (cancer risk) को बढ़ा सकता है. रिसर्चर्स का अनुमान है कि अगर लोग अपने बीएमआई को औसत रेंज से पांच अंक कम कर लेते हैं तो सालभर में कई मौतों के खतरे को कम किया जा सकता है.
प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में दूसरा सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है. उम्र बढ़ने के साथ-साथ यह लोगों को अपनी चपेट में ले लेता है. बार-बार पेशाब आना, तेजी से पेशाब आने की शिकायत, पेशाब आने में कठिनाई, पेशाब करते समय ज्यादा लगना, ब्लैडर पूरी तरह खाली न होना, यूरीन या वीर्य में खून आना आदि प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण हो सकते हैं.
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की रिसर्च को लीड करने वाले डॉ. औरोरा पेरेज कॉर्नागो (Dr Aurora Perez-Cornago) ने कहा, प्रोस्टेट कैंसर का जोखिम किन चीजों से बढ़ रहा है, इस बारे में जानना काफी जरूरी है. क्योंकि इससे इस कैंसर के जोखिम को रोका जा सकता है. उम्र, फैमिली हिस्ट्री भी इसके जोखिम को बढ़ा सकते हैं लेकिन अभी इस पर अभी और रिसर्च की जरूरत है.
डॉ. औरोरा ने आगे कहा, हमने रिसर्च में पाया कि जिन लोगों के शरीर और कमर में अधिक चर्बी होती है उन लोगों में स्वस्थ और फिट पुरुषों की अपेक्षा प्रोटेस्ट कैंसर का खतरा अधिक था. इस रिसर्च की शुरुआत में मोटे लोगों का फैट मापा गया था, जिसके आधार पर इसका निष्कर्ष निकाला गया.
25 लाख लोगों पर हुई इस रिसर्च में 20 हजार लोगों की मौत प्रोटेस्ट कैंसर से हुई थी. जिसका बीएमआई पांच प्रतिशत तक बढ़ा था, उसमें प्रोटेस्ट कैंसर का खतरा दस प्रतिशत तक बढ़ गया था. जबकि शरीर के कुल फैट परसेंट में पांच प्रतिशत की वृद्धि ने इस जोखिम को तीन अधिक बढ़ा दिया था.
कमर का साइज कम करने का सबसे अच्छा तरीका है कि डाइट पर ध्यान दें. अपनी डाइट में ग्रीन वेजिटेबल, फ्रूट, नट्स, होल ग्रेन आदि को शामिल करें. इसके अलावा फ्राइड फूड. जंक फूड आदि का सेवन पूरी तरह बंद कर दें. फिजिकल एक्टिविटी जरूर करें क्योंकि इससे शरीर में जमे हुए एक्स्ट्रा फैट को बर्न करने में मदद मिलती हैं. अगर आप ओवरवेट हैं तो किसी सर्टिफाइड ट्रेनर या न्यूट्रिशनिस्ट से भी मिलें.