गुजरात. नई दिल्ली में हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित पं. नई दिल्ली के प्रतिष्ठित कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ द्वारा राष्ट्रीय हिंदी संगोष्ठी और विद्या वाचस्पति सारस्वत सम्मान समारोह का आयोजन किया गया.
राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित एक भव्य सम्मान समारोह में देश के विभिन्न क्षेत्रों के विद्वानों को "विद्या वाचस्पति" और विद्या वारिधि की उपाधियाँ प्रदान की गईं. सम्मान समारोह का आयोजन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली की शोध वैज्ञानिक डॉ. स्वर्णलता पांचाल के विशिष्ट आतिथ्य एवं विद्यापीठ के कुलाधिपति पद्मश्री डॉ. इंदु भूषण मिश्र "देवेन्दु" की अध्यक्षता में किया गया.
रानी लक्ष्मीबाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डाॅ. मुख्य वक्ता के रूप में दुर्ग, छत्तीसगढ़ से पहुंची दीपा मिश्रा उपस्थित रहीं. कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया. अतिथियों ने हिंदी भाषा के विकास एवं इसे राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलाने पर अपने विचार व्यक्त किये एवं देश के प्रधानमंत्री के आह्वान पर “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत अतिथियों ने पत्रक का विमोचन किया एवं क्लब में शमी का पौधा लगाया.
इस सम्मान समारोह में गुजरात राज्य के राजकोट शहर के श्री विरल एस. भट्ट जो एक सामाजिक-राजनीतिक युवा नेता हैं. गुजरात उच्च न्यायालय के विधायक श्री विरलभाई भट्ट(बी.कॉम., एल.एल.बी., एलएलएम)एडवोकेट विरलभाई ने अपना राजनीतिक जीवन युवा कांग्रेस और सेवा दल के महासचिव के रूप में शुरू किया और अपने छात्र जीवन से ही सार्वजनिक सेवा में शामिल रहे हैं.
दिनों राजनीतिक जिम्मेदारी संभाली है. उन्होंने पिछले 10 वर्षों से राजकोट महानगर पालिका में पार्टी कार्यालय मंत्री की जिम्मेदारी संभाली है और लोकसभा, विधानसभा और नगरपालिका चुनावों में भी विशेष जिम्मेदारी संभाली है. रियल राजकोट डेवलपर्स एसोसिएशन (आरआरडीए), संस्कृति (कल्ड टी), वर्डिक्ट विक्ट्री जंक्शन (वी.वी.जंक्शन), चाणक्य इलेक्शन सॉल्यूशंस, जय बालाजी ऑल इन वन कंसल्टेंट, नोवा एग्रो, क्रॉपेक्स एग्रो सहित प्रमुख कंपनियों के कानूनी सलाहकार के रूप में भी काम कर रहे हैं.
इसके अलावा जय अंबे यात्रा संघ (भट्ट परिवार) - राजकोट की आधारशिला - कर्ताहर्ता, जय अंबे फाउंडेशन, एकता मित्र मंडल ट्रस्ट, यूनिवर्सल स्पोर्ट्स फाउंडेशन और कई सामाजिक संगठनों से जुड़े और सार्वजनिक मुद्दों पर आवाज उठाने वाले एक जिम्मेदार और कर्तव्यनिष्ठ युवा सामाजिक नेता श्री एडवोकेट विरल एस भट्ट विद्यावाचस्पति सारस्वत सम्मान (पीएचडी मानवाधिकार संरक्षण और कानूनी जागरूकता के क्षेत्र में स्नातकोत्तर डॉक्टरेट की डिग्री है, पीएचडी को हिंदी में "विद्या वाचस्पति" डिग्री कहा जाता है) विश्वविद्यालय द्वारा अधिवक्ता विरल एस भट्ट को प्रदान किया गया.
इस अवसर पर पूरे भारत के जाने-माने शिक्षाविदों, लेखकों, शिक्षकों, साहित्यकारों, पर्यावरणविदों और अन्य विद्वानों ने हिंदी भाषा पर अपने विचार व्यक्त किये. पं.दीनदयाल उपाध्याय हिन्दी विद्यापीठ का यह विशिष्ट सम्मान प्रतिष्ठित शिक्षाविदों, लेखकों , शिक्षकों, साहित्यकारों, पर्यावरणविदों एवं अन्य विद्वत जनों को हिन्दी लेखन, शिक्षा के उन्नयन, पर्यावरण जागरूकता, चिकित्सा सेवा, जल संरक्षण एवं समाजसेवा के क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धियों के आधार पर प्रदान किया गया.
आयोजकों द्वारा अतिथियों को विद्यापीठ स्मृति चिन्ह भेंटकर तथा शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया. समारोह में मुख्य रूप से महाराष्ट्र के डॉ. शिवाजी रामभाऊ शिन्दे, ओडिसा के डॉ. हरि भाई आर्यन, छत्तीसगढ़ के डॉ. कुलवंत सिंह सलूजा, मध्य प्रदेश के डॉ. राजू गजभिए, उत्तर प्रदेश के डॉ. जगदीश पिल्लई, कर्नाटक के डॉ. प्रसाद एस. एम आदि उपस्थित रहे. समारोह का संचालन आचार्य पं. जानकी बल्लभ शास्त्री ने किया तथा आभार संदीप शर्मा ने व्यक्त किया.