नई दिल्ली : एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने शनिवार को ऑनलाइन पेमेंट गेटवे पेटीएम, रेजरपे और कैशफ्री के बेंगलुरु ऑफिसों पर छापेमारी की है. इन तीनों कंपनियों के ऑफिसों में ED ने यह छापेमारी चीनी लोन एप मामले में की है. ED ने चाइना के लोगों के जरिए कंट्रोल किए जा रहे, गैरकानूनी इंस्टेंट स्मार्टफोन बेस्ड लोन्स के खिलाफ चल रही जांच के तहत इन तीनों कंपनियों पर यह एक्शन लिया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, तीनों कंपनियों के बेंगलुरु स्थित छह ठिकानों पर यह छापेमारी की गई. प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) से मामला जुड़ा हुआ है. ED ने बताया कि रेड शुक्रवार को शुरू हुई थी और अब भी जारी है.
ED ने एक स्टेटमेंट में कहा कि चाइनीज पर्सन के कंट्रोल और ऑपरेशनल वाले रेजरपे प्राइवेट लिमिटेड, कैशफ्री पेमेंट्स और पेटीएम पेमेंट सर्विस लिमिटेड और अन्य कंपनियों में तलाशी की कार्रवाई की गई है. छापेमारी में चीन के लोगों के जरिए इन कंपनियों के मर्चेंट ID और बैंक अकाउंट्स में जमा 17 करोड़ रुपए जब्त किए गए हैं. ED ने आरोप लगाया कि ये कंपनियां भारतीय नागरिकों के फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके, उन्हें फर्जी तरीके से निदेशक बनाती हैं. जबकि इन कंपनियों का कंट्रोल और ऑपरेशन चीन के लोग करते हैं.
ED ने बताया कि जांच के दायरे में आई ये कंपनियां पेमेंट सर्विस कंपनियों और बैंकों से जुड़ी मर्चेंट ID और अकाउंट्स का इस्तेमाल करके गैरकानूनी पैसा जुटा रही थीं और इन कंपनियों ने जो एड्रेस दिए थे वे भी फर्जी हैं. ED ने अपने बयान में आगे कहा कि ये एंटिटीज भारत में गैर कानूनी बिजनेस कर रही हैं. इसके लिए अलग-अलग मर्चेंट ID और अकाउंट्स का इस्तेमाल किया जाता है. ये ID पेटीएम, रेजरपे और कैशफ्री के हैं. यही वजह है कि तीनों कंपनियों के ठिकानों पर छापा मारा गया है.
यह मामला साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन बेंगलुरू की तरफ से दर्ज किया गया था. FIR के मुताबिक, अलग-अलग एंटिटी और पर्सन की तरफ से आम जनता से जबरन वसूली और हैरेसमेंट किया जा रहा था.