नई दिल्ली : संकटग्रस्त एडटेक कंपनी बायजू (Byju’s) ने बड़ा फैसला किया है. लिक्विडिटी संकट को दूर करने के लिए कॉस्ट-कटिंग प्रयास में कंपनी ने भारत भर में सभी ऑफिस छोड़ दिए हैं. कंपनी ने केवल बेंगलुरु के आईबीसी नॉलेज पार्क स्थित अपने हेडक्वार्टर को बरकरार रखा है.
जानकारी के अनुसार, बायजू ने बेंगलुरु के आईबीसी नॉलेज पार्क स्थित अपने हेडक्वार्टर को छोड़कर देशभर के सभी ऑफिस बंद कर दिए हैं. सभी कर्मचारियों को अगले आदेश तक वर्क फ्रॉम होम करने के निर्देश दिए गए हैं. सिर्फ बायजू के ट्यूशन सेंटर चलते रहेंगे. इससे कंपनी को काफी पैसा बचाने में मदद मिलेगी.
इससे पहले बायजू के फाउंडर और सीईओ बायजू रविंद्रन (Byju Raveendran) ने कर्मचारियों से वादा किया था कि उनकी फरवरी माह की वेतन 10 मार्च तक आ जाएगी. मगर, कंपनी सैलरी देने में असफल रही. कंपनी ने रविवार को दावा किया था कि उसने सभी कर्मचारियों को पार्ट पेमेंट किया है. कंपनी मैनेजमेंट ने पत्र लिखकर बकाया वेतन देने के लिए कर्मचारियों से और समय मांगा था.
कंपनी ने यह फैसला ऐसे समय में किया है जब कंपनी अपने निवेशकों के साथ हाल ही में संपन्न राइट्स इश्यू ऑफरिंग से जुटाई गई फंड की वैलिडिटी को लेकर विवाद में उलझी हुई है.
बायजू ने लगभग 300 बायजू ट्यूशन सेंटरों में काम करने वालों को छोड़कर सभी कर्मचारियों को अनिश्चितकाल तक घर से काम (Work From Home) करने के लिए कहा है. कंपनी के करीबी सूत्रों के मुताबिक, कंपनी ने यह फैसला बायजूस इंडिया के सीईओ अर्जुन मोहन की रिस्ट्रक्चरिंग प्लान के तहत लिया है.
यह ऐसे समय में आया है जब कंपनी ने अपने लगभग 75 फीसदी कर्मचारियों के फरवरी वेतन का कुछ हिस्सा रोक दिया है. कंपनी के वर्तमान में भारत में करीब 14,000 कर्मचारी हैं. बायजू ने लगभग कई दिनों की देरी के बाद पेमेंट कर दिया और हाल ही में बंद किए गए राइट्स इश्यू से फंड का उपयोग करने की अनुमति मिलने पर बैलेंस का पेमेंट करने का वादा किया.
नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की बेंगलुरु पीठ ने 27 फरवरी के एक अंतरिम आदेश में कहा कि राइट इश्यू से कंपनी को मिलने वाली धनराशि को एक एस्क्रो अकाउंट में रखना चाहिए और मामला खत्म होने तक इसे निकालना नहीं चाहिए. मामले की अगली सुनवाई 4 अप्रैल को होगी.
बायजू रविंद्रन और कंपनी के कुछ शेयरधारकों (Byju Shareholders) में इस समय नए बोर्ड के गठन को लेकर विवाद चल रहा है. यह मामला कोर्ट में चला गया है. कोर्ट ने राइट्स इश्यू से मिले पैसे को फिलहाल इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी है. कुछ समय पहले शेयरधारकों ने बायजू रविंद्रन और उनके परिवार को बोर्ड से हटाने पर मुहर लाग दी थी. इस मीटिंग को रविंद्रन ने अवैध करार दिया था.