भारत एक बहुत बड़ा देश है और कोरोना से भारत मे हुई तबाही किसी से छुपी नही है. दुनियाभर के वैज्ञानिक पहले ही कह चुके हैं कि कोरोना को हराने का सिर्फ एक ही हथियार है और वो है वैक्सीन. अब भारत जैसे इतने विशाल जनसंख्या वाले देश मे हर नागरिक को वैक्सीन लगाना काफी कठिन है. ऐसे में कोरोना वैक्सीनेशन को सुचारू रूप से चलाना व कोविड वैक्सीनेशन की व्यवस्था को भारत में दुरुस्त करने एक लिए भारत सरकार ने cowin ऐप्प प्रणाली को शुरू किया. जो कि काफी असरदार व सफल रही. अब भारत मे की सफलता को देखते हुए कई देशों ने ये रुचि दिखाई है.
50 से अधिक देशों ने दिखाई cowin ऐप्प प्रणाली में रुचि : भारत में ज्यादातर लोगों को वैक्सीन cowin प्रणाली के माध्यम से ही लगी है और ये प्रणाली भारत मे काफी सफल हुई और इसी सफलता को देखते हुए करीब 50 से अधिक देशों ने अपने यहाँ कोरोना वैक्सीन अभियान के लिए भारत के cowin ऐप्प प्रणाली में रुचि दिखाई है. कनाडा, मेक्सिको, नाइजीरिया, वियतनाम, संयुक्त अरब अमीरात, यूक्रेन समेत करीब 50 देशों ने भारत से cowin प्रणाली साझा करने को लेकर मदद मांगी है.
भारत मदद करने के लिए तैयार : ये बात तो शायद पूरी दुनिया जानती है कि जब भी मानवता को बचाने की या किसी की मदद करने की बारी आती है तो भारत कभी भी किसी को ना नही कहता और मदद के लिए सबसे आगे खड़ा रहता है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण पाकिस्तान है, पाकिस्तान से दुश्मनी होने के बावजूद भारत ने पाकिस्तान को कभी मेडिकल सहायता के लिए मना नही किया साथ ही दवा व अन्य जरूरी वस्तुओं का निर्यात भी नही रोका. भारत प्रणाली को सभी के साथ सांझा करने के लिए तैयार है. प्रधानमंत्री मोदी ने cowin प्रणाली का एक ओपन सोर्स संस्करण बनाने के निर्देश दिए हैं, जिसको किसी भी देश जो इसमें रुचि दिखाता है, उसके साथ सांझा किया जाएगा.