नई दिल्ली. नए साल से पहले दिल्ली में कोरोना वायरस के एक दिन में 1796 नए मरीज सामने आए हैं, जो कि दैनिक मामलों के लिहाज से पिछले 7 माह में सबसे ज्यादा है. इससे पहले 22 मई को इतने केस आए थे. इतना ही नहीं, दिल्ली में कोविड-19 से संक्रमित होने की दर भी बढ़कर 2.44पहुंच चुका है, जो कि 24 मई के बाद सबसे अधिक पॉजिटिविटी रेट है.
इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि के साथ इस महीने की शुरुआत से महानगर में निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या भी आठ गुना से ज्यादा बढ़ गई है. दिल्ली में कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमिक्रॉन के मामले भी बढ़ रहे हैं और इस समय राजधानी में इसके 320 मामले हैं, वहीं विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि हर रोज मामलों की संख्या बढ़ सकती है.
एक दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी में जब एक दिन में संक्रमण के 39 मामले सामने आए थे, तब निषिद्ध क्षेत्र (कन्टेनमेंट जोन) की संख्या 102 थी. लेकिन 30 दिसंबर को निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या बढ़कर 823 हो गई.
दक्षिणी जिले में सर्वाधिक निषिद्ध क्षेत्र हैं जिनकी संख्या 402 है, इसके बाद पश्चिम जिले में 108 और नई दिल्ली में 84 निषिद्ध क्षेत्र हैं. उत्तर पूर्व जिले में एक भी निषिद्ध क्षेत्र नहीं है, जहां संक्रमण के केवल 53 उपचाराधीन मामले हैं. पूर्वी जिले में छह सक्रिय निषिद्ध क्षेत्र हैं, वहीं मध्य जिले में 18 ऐसे क्षेत्र हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार 10 दिन के अंदर निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या पांच गुना बढ़ गई है. गत 19 दिसंबर को शहर में ऐसे क्षेत्रों की संख्या 163 थी, जब एक दिन में संक्रमण के 91 मामले सामने आए थे.
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि ओमिक्रॉन समुदाय में धीरे-धीरे फैल रहा है और राष्ट्रीय राजधानी में जिन ताजा नमूनों का जीनोम अनुक्रमण विश्लेषण किया गया है, उनमें से 54 प्रतिशत में वायरस का यह चिंताजनक स्वरूप पाया गया है.