प्रांजलि अवस्थी ने मियामी टेक वीक कार्यक्रम के दौरान बताया कि उन्होंने जनवरी 2022 में अपनी कंपनी की स्थापना की थी। कंपनी की लिंक्डइन प्रोफ़ाइल के अनुसार, इसमें फिलहाल 10 लोग काम करते हैं। खुद का व्यवसाय शुरू करने और करोड़ो तक का सफर तक करेने के लिए प्रांजलि ने अपने पिता को श्रेय दिया है। छात्रा ने बतयाा कि उसने महज 7 साल की उम्र में कोडिंग करना शुरू कर दिया था। प्रांजलि की साइंस और टेक में खास रुचि थी, इसको देखते हुए प्रांजलि के पिता ने उनको इसकी पढ़ने करने और इसी क्षेत्र में करियर बनाने के लिए मोटिवेट किया।
प्रांजलि की किस्मत तब चमकी जब वह 11 साल की उम्र में अपने परिवार के साथ फ्लोरिडा शिफ्ट हुईं। यह पर उनको पढ़ाई के लिए अच्छे मौके मिले और उन्होंने कंप्यूटर, गणित में खास रुचि ली। 13 साल की उम्र में प्रांजलि ने फ्लोरिडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी अनुसंधान प्रयोगशालाओं में इंटर्नशिप की। यहां पर उनके दिमाग में खुद की कंपनी खड़ी करने का आइडिया आया। प्रांजलि ने बताया कि कोरोना काल में उन्होंने खुद को और भी मजबूत बनाया। इसी समय पर ओपन एआई ने चैट जीपीटी बीटा 3 को भी लॉन्च किया, जिससे छात्रा को एआई का उपयोग करके रिसर्च डेटा एक्सट्रैक्शन और सम्मराइजेशन करने का विचार आया। इसके बाद प्रांजलि ने Delv.AI की कल्पना की।
प्रांजलि की यात्रा मील के पत्थर पर तब पहुंची जब वह मियामी में बैकएंड कैपिटल के लुसी गुओ और डेव फोंटेनोट द्वारा संचालित एआई स्टार्टअप एक्सेलेरेटर में शामिल हो हुईं। छात्रा ने बताया कि Delv.AI का प्राथमिक लक्ष्य बढ़ते ऑनलाइन कंटेंट के बीच रिसर्चर्स को विशिष्ट जानकारी तक कुशलतापूर्वक पहुंचने में सहायता करना है। एक्सेलेरेटर कार्यक्रम ने प्रांजलि को ऑन डेक और विलेज ग्लोबल से निवेश सुरक्षित करने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। Delv.AI ने कुल फंडिंग में 4,50,000 डॉलर (लगभग 3.7 करोड़ रुपये) जुटाए और वर्तमान में इसका अनुमानित मूल्यांकन 12 डॉलर मिलियन है।