खरगोन. मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में एक संभ्रांत परिवार की महिला का अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया। जैसे ही वीडियो सार्वजनिक हुआ, महिला और उसके परिजनों को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने तुरंत कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज करवाई।
वीडियो के सामने आते ही शहर में माहौल तनावपूर्ण हो गया और बड़ी संख्या में लोग थाने के बाहर जमा हो गए। पुलिस को स्थिति को संभालने के लिए त्वरित कार्रवाई करनी पड़ी।
पीड़िता की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने तीन रसूखदार युवकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में पीयूष गुप्ता (33), आशीष सर्राफ (35) और आकाश मकवाना (40) शामिल हैं। ये तीनों उद्योगपति, डॉक्टर और व्यापारी परिवारों से ताल्लुक रखते हैं।
पुलिस ने इनके खिलाफ भारतीय नवीन संहिता की धारा 75, धारा 294, धारा 3/5 और आईटी एक्ट की धारा 67ए के तहत केस दर्ज किया है। इसके साथ ही आरोपियों के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए हैं, जिनकी तकनीकी जांच की जा रही है। जैसे ही वीडियो वायरल होने की खबर फैली, कोतवाली थाने में भारी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई और परिजनों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
थाने के बाहर काफी देर तक हंगामा चलता रहा, जिसके बाद पुलिस (MP News) ने आरोपियों को गिरफ्तार कर शांति भंग के आरोप में एसडीएम खरगोन बीएस कलेश के समक्ष पेश किया। एसडीएम ने तीनों आरोपियों को धारा 151 के तहत जेल भेजने के आदेश दिए।
एडिशनल एसपी नरेंद्र रावत ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि यह मामला कोतवाली थाने का है। हमें सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो वायरल होने की सूचना मिली थी। तत्परता से कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले में आगे की जांच जारी है। वीडियो की सत्यता, प्रसारण और अन्य संबंधित पहलुओं की तकनीकी जांच की जा रही है।