देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बीते दिनों लूट व हत्या-लूट की दो अलग-अलग वारदातें हुईं। जिसे एक ही अपराधी ने अंजाम दिया था लेकिन पुलिस को कातिल मिल ही नहीं रहा था। सीसीटीवी फुटेज में वह दिखा भी लेकिन उसका हुलिया समझ नहीं आया। इस अपराधी ने पहले एक पार्क में एक शख्स को लूटा फिर एक अन्य युवक को लूटने के बाद गंभीर रूप से घायल कर दिया, जिसकी बाद में मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक, एक घटना दिल्ली के एक पार्क में घटी तो दूसरी इसी तरह की लूट व जानलेवा हमले की सूचना तिलक नगर से जुड़े व्यक्ति की मिली थी। इन घटनाओं में पहली घटना की सूचना 22 फरवरी की रात करीब 8 बजे मिली थी। यह पश्चिम विहार के एक पार्क में बेहोश पड़े व्यक्ति के बारे में थी। जबकि दूसरी कॉल अस्पताल से आई जिसमें पार्क में घायल हुए एक व्यक्ति को उठाकर लाया गया था।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने जानकारी की तो पहली सूचना वाले व्यक्ति की पहचान संतोष कुमार के रूप में हुई जो कि पेशे से गार्ड था। वहीं, दूसरी सूचना वाले व्यक्ति की पहचान सुरेश कुमार के रूप में हुई, जिनसे लूट की गई थी और चाकू मार दिया गया था। बेकरी शॉप में काम करने वाले सुरेश की बाद में मौत हो गई। पूछताछ में संतोष ने बताया कि हमलावर के हाथ पर सफ़ेद दाग था और उसका मफलर घटनास्थल पर छूट गया था।
फिर पुलिस ने खोजी कुत्ते मिकी की मदद ली। मिकी ने मफलर को सूंघने के बाद गंध का पता लगाया और अपराधी के भागने वाले रास्ते पर पुलिस को लगा दिया। इसी दौरान झाड़ियों के बीच लगी बेंच के पास सुरेश कुमार का आधार कार्ड मिला। फिर घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज में जांचा गया तो एक संदिग्ध शख्स दिखा लेकिन हुलिया समझ नहीं आ रहा था। इसमें एक शख्स मास्क पहने, शॉल ओढ़े और एक बैग ले जाते हुए दिखा था।
पुलिस ने इलाके के लोगों से पूछताछ की और सादे कपड़ों में कई पुलिसकर्मियों को इलाके के पार्कों में तैनात किया गया। संदिग्ध का पता लगाने के लिए कई टीमों का गठन किया गया और सड़कों के किनारे रहने वाले कुछ लोगों से पूछताछ की गई। इन्हीं लोगों में से एक ने शख्स के हुलिए को भांप लिया और बताया कि वह अक्सर पार्क में शाम के समय आता है। पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी और फिर शख्स को गिरफ्तार कर लिया।
डीसीपी ने बताया कि इन घटनाओं के पीछे 24 वर्षीय कमल उर्फ करण का हाथ था। जब वह छोटा था तभी उसकी मां की मौत हो गई थी और दसवीं में पढ़ाई के दौरान उसके पिता का भी निधन हो गया था। फिर उसने पढ़ाई छोड़ दी और असामाजिक गतिविधियों में शामिल हो गया। कमल की शादी भी हुई लेकिन उसके कामों के चलते पत्नी ने भी जल्द ही उसे छोड़ दिया। इसके बाद कमल को शराब की लत लग गई।
फिर कमल ने शराब पीने और शौक पूरे करने के लिए अपराध करना शुरू कर दिया। वह लूट, चोरी और स्नैचिंग की कई घटनाओं में शामिल रहा है।