शहजादपुर डेहा बस्ती के चोर सागर उर्फ साबर ने 3-4 साल में ही कई चोरियां कर करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी खड़ी कर दी। नारायणगढ़, रायपुररानी, पंचकूला और शहजादपुर में साबर ने करीब 100 चोरियां कीं लेकिन कभी पकड़ा नहीं गया था। कुछ दिन पहले ही वह रायपुरानी के गांव बागवाली में चोरी करता पकड़ा गया। जहां उसने पुलिस के सामने एक के बाद एक कई खुलासे किए हैं। फिलहाल साबर और उसके साथी स्टेट क्राइम ब्रांच पंचकूला की कस्टडी में है।
28 साल का सागर उर्फ साबर अनपढ़ है। साबर साइकिल पर गांवों से लोहा, रद्दी और प्लास्टिक खरीदता था। इसी दौरान वह साधन-संपन्न घरों की रैकी करता था। रात को वह अपने गैंग के साथ चोरी की बड़ी घटनाओं को अंजाम देता था। चोरी किए सोने और चांदी के गहनों को वह शहजादपुर करनाल में अपनी साली के माध्यम से बेचता था। पुलिस ने करनाल में रहने वाली साली राजेशा, सुनार नरेश और शहजादपुर के देबा को भी गिरफ्तार किया है। पहले छोटी-मोटी चोरी करने वाले साबर ने पिछले 3 साल में नारायणगढ़, शहजादपुर, बरवाला, मौली, रायपुररानी और चंडीमंदिर क्षेत्रों में 100 से ज्यादा बड़ी चोरियां की है। साबर पहली बार बागवाली में पकड़ा गया जबकि उसका साथी मौके से भाग गया था | इससे पहले साबर के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं था। शातिर चोर साबर बुलेट व यामाहा जैसी महंगी स्पोर्ट्स बाइक रखता था। इसके अलावा उसने टॉप मॉडल अर्टिगा कार भी खरीदी थी। शहजादपुर पुलिस स्टेशन से मात्र 500 मीटर दूर डेहा बस्ती में चोर साबर का मकान है। बेशक बाहर से देखने में कुछ खास नहीं है लेकिन अंदर सभी सुख सुविधाओं से लैस है। इसके अलावा साबर के करनाल में दो प्लाॅट और नारायणगढ़ में हरियाली ढाबे के नजदीक 40 मरले का एक प्लाॅट है जिसकी कीमत 84 लाख रुपए है। बताया जाता है कि साबर ने इस प्लाॅट का 54 लाख रुपए बयाना दिया हुआ है।