भोपाल. (जगदीश राठौर की विशेष रिपोर्ट...) हाल ही में कांग्रेस से भाजपा शामिल हुए पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं महासचिव श्री कैलाश विजयवर्गीय की लाटरी खुल सकती है. पश्चिम बंगाल में मेहनत के ईनाम के तौर पर उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में मप्र से दो मंत्री शामिल हो सकते हैं. इनमें एक श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया लगभग पहले से तय है. दूसरा नाम श्री कैलाश विजयवर्गीय का हो सकता हैं. केंद्र में मंत्री रहने के लिए किसी सदन का सदस्य होना जरूरी है, इसलिए रिक्त खंडवा लोकसभा सीट से उन्हें पार्टी प्रत्याशी बनाया जा सकता है. हालांकि श्री विजयवर्गीय चुनाव को लेकर तैयार नहीं हैं, उनकी राजनीति मध्य प्रदेश में रास आ रही हैं, वही मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह भी श्री विजयवर्गीय को प्रदेश की राजनीति से दुर रखना चाहते हैं. बता दे...खंडवा सीट सांसद व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के निधन के बाद से खाली है.
● बंगाल चुनाव बाद थी कद बढ़ने की चर्चा लेकिन... : इस बात के कयास पहले से ही लगाए जा रहे थे कि यदि पश्चिम बंगाल में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया तो श्री कैलाश विजयवर्गीय का कद बढ़ाया जा सकता हैं. वे मुख्यमंत्री पद की दौड़ में भी हैं. फिलहाल केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार निकट भविष्य में संभावित है, इस कारण केंद्रीय मंत्री बनाकर उन्हें मुख्य धारा में लाने की योजना हैं. प्रदेश के श्री शिवराज मंत्रिमंडल से हटने के बाद से ही वे केंद्र में भाजपा संगठन का दायित्व निभा रहे हैं. पश्चिम बंगाल में हालांकि भाजपा को वैसी सफलता नहीं मिली, जैसे दावे किए जा रहे थे लेकिन विधानसभा में वह वामपंथियों और कांग्रेस को पीछे छोड़कर आगे निकल गई और मुख्य विपक्षी दल बन गई. इसका काफी कुछ श्रेय विजयवर्गीय को दिया जा रहा है.
● खंडवा में भाजपा के कई दावेदार लेकिन मोघे सबसे आगे... : पूर्व लोगसभा प्रत्याक्षी श्री कृष्णमुरारी मोघे चुपचाप खंडवा से चुनाव लड़ने के लिए तैयारी कर रहे है. लेकिन उनके विरोधी श्री कैलाश विजयवर्गीय को खंडवा से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं, यह चर्चा काफी समय से है. लेकिन इससे पहले वे केंद्रीय मंत्री बन सकते हैं, इसकी संभावना कम थी. भाजपा के अंदर से यह खबर अभी दो दिन के अंदर बाहर आई. खंडवा सीट से भाजपा में दावेदारों की कमी नहीं है. पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस पिछले कुछ समय से इस कदर सक्रिय हैं, जैसे नेतृत्व की ओर से उन्हें हरी झंडी मिल गई हो. वे पश्चिम बंगाल प्रचार अभियान में हिस्सा लेने भी गई. वरिष्ठ नेता श्री कृष्ण मुरारी मोघे एवं पूर्व सांसद स्वर्गीय नंदकुमार सिंह के बेटे हर्षवर्धन सिंह चौहान का नाम भी दावेदारों में है. भाजपा खंडवा में अपनी जीत तय मान कर चल रही है फिर भी वह कोई चूक नहीं करना चाहती. इसलिए केंद्र में मंत्री बनाकर श्री विजयवर्गीय को उप चुनाव लड़ाने की तैयारी हैं.
● कांग्रेस से श्री अरुण यादव के नाम की ही चर्चा... : खंडवा में कांग्रेस की ओर से दावेदार के रूप में सिर्फ एक नेता का नाम है, वे हैं श्री अरुण यादव. खास बात यह है कि श्री अरुण यादव यहां से दो चुनाव लगातार हार चुके हैं, बावजूद इसके इस बार भी वे ही दौड़ में दिखाई पड़ रहे हैं. कांग्रेस की ओर से और किसी नाम की चर्चा सामने नहीं आई. इसकी वजह यह भी है कि श्री अरुण यादव केंद्रीय मंत्री और इसके बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं. यही वजह से उनका नाम प्रबल दावेदारों में सबसे उपर्युक्त नजर आ रहा हैं.
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● पालीवाल वाणी मीडिया नेटवर्क-जगदीश राठौर...✍️