भोपाल :
भोपाल के बिलखिरिया स्थित आवास, रायसेन के फार्म हाउस समेत तीन ठिकानों पर सुबहसे सर्चिंग जारी है। अब तक की कार्रवाई में प्रभारी सहायक यंत्री के यहां से 7 करोड़ रुपये की संपत्ति का खुलासा हुआ है। मध्यप्रदेश पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन (Madhya Pradesh Police Housing Corporation) में प्रभारी सहायक यंत्री (संविदा) हेमा मीणा (Hema Meena) के ठिकानों पर गुरुवार को लोकायुक्त पुलिस (Lokayukta Police) की टीम ने छापामार कार्रवाई शुरू की है।
जानकारी के लिए बता दें कि 13 साल की नौकरी में मध्यप्रदेश पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन में प्रभारी सहायक यंत्री (संविदा) हेमा मीणा ने आय से 332ज्यादा प्रॉपर्टी बना ली, जबकि उनकी सैलरी 30 हजार रुपए महीना है। कार्रवाई के अनुसार, करीब 7 करोड़ रुपए की संपत्ति की जानकारी मिली है। ख़बरों की मानें तो लोकायुक्त की टीम ने महिला सब इंजीनियर के घर से 30 लाख रुपए का टीवी भी बरामद किया है। साथ ही उसके आलीशान फार्म हाउस में 70 से 80 गाय मिली हैं, यहां तक कि 100 से डॉग्स भी मिले है जिनमें ज्यादातर विदेशी हैं। इनके खाने के लिए रोटी बनाने के लिए एक मशीन भी लगी है।
बता दें कि साल 2020 में हेमा मीणा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिली थी। इसके अलावा उनके बंगले पर कई 20 लग्जरी कार खड़ी मिलीं। इतना ही नहीं, आज के टाइम में वह अपने बंगले के कर्मचारियों से बात करने के लिए वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल करती है और बंगले में जैमर भी लगा हुआ है। छानबीन में पता चला की उनके बंगले को 1 करोड़ रुपए की लागत में बनवाया गया है। लोकायुक्त पुलिस ने गुरुवार को पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन की प्रभारी असिस्टेंट इंजीनियर (संविदा) हेमा मीणा के भोपाल, विदिशा और रायसेन ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की है। लोकायुक्त की कार्रवाई गुरुवार शाम तक जारी थी।
बता दें कि हेमा मीणा संविदा कर्मचारी है और उसका वेतन महज 30 हजार रुपये है। इसके बाद भी उसके पिता रामस्वरूप मीणा के नाम पर ग्राम बिलखिरिया में 20 हजार वर्गफीट भूमि खरीद कर उस पर करीब एक करोड़ रुपये का घर बनाया गया है। लोकायुक्त पुलिस की जांच में इस बिंदू को हाइलाइट किया गया है। मीणा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।
विशेष पुलिस स्थापना भोपाल संभाग (लोकायुक्त) भोपाल ने की जांच में पता चला कि हेमा मीणा ने अपने पिता के नाम पर भोपाल के ग्राम बिलखिरिया में 20 हजार वर्ग फीट भूमि खरीदी है। उस पर लगभग एक करोड़ रुपये लगाकर बंगला बनवाया है। इसके अलावा भोपाल, रायसेन और विदिशा के विभिन्न गांवों में कृषि भूमि आदि खरीदी।