भोपाल :
इस चक्रवात से लेकर उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश तक एक द्रोणिका लाइन बनी हुई है। उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश से लेकर तमिलनाडु तक एक अन्य द्रोणिका लाइन बनी हुई है। वर्तमान में हवा का रुख भी पश्चिमी, दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। अरब सागर में एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। इस वजह से अरब सागर से भी लगातार नमी भी आ रही है। इस वजह से प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल बने हुए हैं। साथ ही गरज-चमक के साथ बारिश भी हो रही है।
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में नौतपा (Nautapa) के चौथे दिन भी मौसम (Changes in weather) के दो अलग-अलग रंग देखने को मिले। कहीं तेज धूप ने सताया तो कहीं तेज आंधी ने तांडव मचाया और कई स्थानों पर तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक गुना में 37, सागर में 16, रीवा में नौ, सतना में सात, खजुराहो में छह, नौगांव में छह, शिवपुरी में पांच, उज्जैन में तीन, छिंदवाड़ा में दो, सिवनी में दो, भोपाल में 1.1, दमोह में एक मिलीमीटर बारिश हुई।
वहीं, दूसरी तरह प्रदेश में सबसे अधिक 41 डिग्री सेल्सियस तापमान नरसिंहपुर में दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मानें तो अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से वर्षा हो रही है। सोमवार को भी भोपाल, ग्वालियर, चंबल, सागर, नर्मदापुरम, जबलपुर, उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ वर्षा हो सकती है। इस दौरान ओलावृष्टि की भी आशंका है।
उज्जैन में रविवार शाम को अचान तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई। इससे गई कई जगह पेड़ धराशायी हो गए। छोटा सराफा में टेलर की दुकान पर पीपल का पेड़ गिरा। यहां काम कर रहे युवक की टहनियों के बीच दबने से मौत हो गई। एक अन्य शख्स की बारिश में बिजली का करंट लगने से जान चली गई। वहीं, पवासा में कच्चा मकान गिरने से चार बच्चे घायल हो गए। सिविल हॉस्पिटल समेत आधे शहर की बिजली गुल हो गई। मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी। मौसम विभाग के अनुसार, उज्जैन में 30 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। इससे पहले सुबह सांदीपनि आश्रम के सामने नीम का पुराना पेड़ गिरा था, जिसमें एक कार दब गई थी।
इंदौर : कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी के निर्देश पर नगर निगम, होमगार्ड, एमपीईबी को अलर्ट पर रखा गया है। भारी बारिश और आंधी के चलते किसी भी आपात परिस्थिति के लिए कलेक्टर ने निम्न विभागों को तत्काल मौके पर पहुंचकर कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। जिला प्रशासन की टीम सतत मॉनिटरिंग कर रही है।