अगर घर बनाने से पहले यह देखनी जरूरी होता है कि जिस भूमि पर आप घर बनाने की प्लानिंग कर रहें हैं वो जमीन कितनी शुभ है। भूमि की शुभता को वास्तु के अनुसार चेक कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं वास्तु के अनुसार जमीन खरीदने से पहले कैसे जानें भूमि शुभ है या अशुभ:
घर बनाने के लिए जमीन खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि मकान का मुंह दक्षिण दिशा में ना हो। इसे शुभ नहीं माना जाता है। भूमि खरीदने से पहले वास्तु के अनुसार इस बात का ध्यान रखें कि उत्तर या पूर्व मुखी दिशा की ओर घर का द्वार होना अच्छा माना जाता है। जमीन खरीदने से पहले यह देख लें कि कोई गड्ढा तो नहीं है क्योंकि गड्ढो वाली जमीन पर घर बनाने से जीवन में आर्थिक और मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है।
प्लॉट के पास कुछ चीज़ों का होना बेहद अशुभ माना जाता है। जैसे: प्लॉट के दक्षिणी भाग में किसी भी तरह का जलस्त्रोत, यानी की नदी, तालाब, नाला या हेंडपंप नहीं होना चाहिए। साथ ही वास्तु के अनुसार जिस जमीन पर कांटेदार पेड़ हों तो उस जगह मकान का निर्माण नहीं करना चाहिए। इसके अलावा वास्तु कि मानें तो प्लॉट के आस-पास ना तो कोई पुराना कुआं होना चाहिए और ना ही कोई खंडहर इमारत होनी चाहिए।
घर बनाने से पहले जमीन की खुदाई में कपाल, हड्डी, कोयला या लोहा मिले तो जमीन को शुभ नहीं माना जाता लेकिन अगर भूमि की खुदाई में ईंट, पत्थर या सिक्के निकलें तो भूमि शुभ और आर्थिक समृद्धि वाली मानी जाती है। इतना ही नहीं वास्तु के अनुसार खुदाई में ईंट-पत्थर मिलें तो धनलाभ, तांबे के सिक्के निकलें तो ऐसी भूमि सुख-समृद्धि और संपन्नता वाली होती है।
अगर आप घर बनाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो शास्त्रों के अनुसार मार्गशीर्ष और पौष मास में नया घर बनाना शुभ होता है। ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में इन मासों को गृह निर्माण के लिए अति शुभ माना गया है, उनमें इन दोनों मास को धन-धान्य के भंडार को भरा रखने वाला भी बताया गया है। इसलिए घर बनाने के लिए मास विचार शुभ बताया गया है। बता दें पूर्वकाल में मार्गशीर्ष को गृहारंभ के लिए शुभ कहा गया, वराहमिहिर ने पौष को गृहारंभ के लिए बेहतर बताया था।
दरअसल जिस भूमि में आप भवन का निर्माण कराने जा रहे हैं वह शुभ है या अशुभ यह जानना आपके लिए बहुत जरूरी होता है। घर बनवाने से पहले भूमि की जांच करना जरूरी है।
इसके लिए आप इन टिप्स से जान सकते हैं कि भूमि शुभ है या अशुभ। बता दें जहां कार्य प्रारंभ करना हो, वहां एक हाथ लंबा-चौड़ा, ध्यान रखें बस एक हाथ ही गहरा गड्ढा खोदें और कुछ देर बाद उसमें से निकाली गई मिट्टी को पुनः उसी में भरें।
यह ध्यान दें कि अगर निकली हुई सारी मिट्टी उस गड्ढे में भरने के बाद भी बच जाए तो वह भूमि और वहां पर घर बनवाना लाभदायक और शुभ रहेगा और अगर मिट्टी कम पड़ जाए या गड्ढा उसी मिट्टी से पूरा ना भरे तो यह घाटे का सौदा होगा।