ज्योतिष में ग्रहों, कुंडली और राजयोग का बड़ा महत्व होता है। हर ग्रह एक निश्चित समय अंतराल के बाद एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है।इसी क्रम में ग्रहों के राजकुमार बुध नवंबर में वृश्चिक राशि में प्रवेश करने जा रहे है।इससे पहले बुध 19 अक्टूबर को कन्या से तुला राशि में प्रवेश करेंगे। बुध ग्रह को मिथुन और कन्या राशि का स्वामी ग्रह माना गया है। बुध व्यापार, बुद्धि, विवेक और वाणी के कारक होते है, ऐसे में जब भी बुध अपनी चाल बदलते है तो राशियों पर भी नकारात्मक और सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
बुध ग्रह का वृश्चिक राशि में परिवर्तन जातकों के लिए फलदायी साबित हो सकता है। जातकों के लिए करियर और कारोबार के लिए समय अनुकूल रहने वाला है। आय में वृद्धि के प्रबल संकेत है, आय के नए- नए स्त्रोत बन सकते हैं। अटका या रुका हुआ धन वापस मिल सकता है। नौकरीपेशा को समय का साथ मिलेगा।पदोन्नति और इंक्रीमेंट का लाभ मिल सकता है। कारोबार में भी उन्नति और धनलाभ के योग है। शेयर बाजार, सट्टा और लॉटरी में धन का निवेश करने के लिए समय अनुकूल है, धनलाभ हो सकता है।
नवंबर में बुध ग्रह का गोचर जातकों के लिए शुभ फल देने वाला सिद्ध हो सकता है। समय और किस्मत का साथ मिल सकता है। कार्यों में सफलता मिलने के योग है। धार्मिक कार्यों में रूचि बढ़ेगी। धर्म या मांगलिक कार्यक्रम में शमिल हो सकते हैं। इस अवधि में वाहन और प्रापर्टी खरीद सकते है। परिवार का साथ मिलेगा। समाज में मान सम्मान बढ़ेगा।
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर जातकों के लिए शुभ साबित हो सकता है। इस अवधि में भाग्य का साथ मिलेगा । आकस्मिक धन की प्राप्ति हो सकती है। आय में वृद्धि होने के आसार है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।लंबे समय से फंसा और अटका धन प्राप्त हो सकता है। कार्यों में सफलता मिलेगी और बुध का आर्शीवाद भी बना रहेगा।