शुक्र एक नम ग्रह हैं तथा ज्योतिष की गणनाओं के लिए इन्हें स्त्री ग्रह माना जाता है। शुक्र मीन राशि में स्थित होकर सर्वाधिक बलशाली हो जाते हैं जो बृहस्पति के स्वामित्व में आने वाली एक जल राशि है। मीन राशि में स्थित शुक्र को उच्च का शुक्र भी कहा जाता है। मीन राशि के अतिरिक्त शुक्र वृष तथा तुला राशि में स्थित होकर भी बलशाली हो जाते हैं जो कि इनकी अपनी राशियां हैं।
कुंडली में शुक्र का प्रबल प्रभाव कुंडली धारक को शारीरिक रूप से सुंदर और आकर्षक बना देता है तथा उसकी इस सुंदरता और आकर्षण से सम्मोहित होकर लोग उसकी ओर खिंचे चले आते हैं तथा विशेष रूप से विपरीत लिंग के लोग। शुक्र के प्रबल प्रभाव वाले जातक शेष सभी ग्रहों के जातकों की अपेक्षा अधिक सुंदर होते हैं। शुक्र के प्रबल प्रभाव वालीं महिलाएं अति आकर्षक होती हैं तथा जिस स्थान पर भी ये जाती हैं, पुरुषों की लंबी कतार इनके पीछे पड़ जाती है। शुक्र के जातक आम तौर पर फैशन जगत, सिनेमा जगत तथा ऐसे ही अन्य क्षेत्रों में सफल होते हैं जिनमें सफलता पाने के लिए शारीरिक सुंदरता को आवश्यक माना जाता है।
शुक्र शारीरिक सुखों के भी कारक होते हैं तथा संभोग से लेकर हार्दिक प्रेम तक सब विषयों को जानने के लिए कुंडली में शुक्र की स्थिति महत्त्वपूर्ण मानी जाती है। शुक्र का प्रबल प्रभाव जातक को रसिक बना देता है तथा आम तौर पर ऐसे जातक अपने प्रेम संबंधों को लेकर संवेदनशील होते हैं। शुक्र के जातक सुंदरता और एश्वर्यों का भोग करने में शेष सभी प्रकार के जातकों से आगे होते हैं। शरीर के अंगों में शुक्र जननांगों के कारक होते हैं तथा महिलाओं के शरीर में शुक्र प्रजनन प्रणाली का प्रतिनिधित्व भी करते हैं तथा महिलाओं की कुंडली में शुक्र पर किसी बुरे ग्रह का प्रबल प्रभाव उनकी प्रजनन क्षमता पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है।
शुक्र कन्या राशि में स्थित होने पर बलहीन हो जाते हैं तथा इसके अतिरिक्त कुंडली में अपनी स्थिति विशेष के कारण अथवा किसी बुरे ग्रह के प्रभाव में आकर भी शुक्र बलहीन हो जाते हैं। शुक्र पर बुरे ग्रहों का प्रबल प्रभाव जातक के वैवाहिक जीवन अथवा प्रेम संबंधों में समस्याएं पैदा कर सकता है। महिलाओं की कुंडली में शुक्र पर बुरे ग्रहों का प्रबल प्रभाव उनकी प्रजनन प्रणाली को कमजोर कर सकता है तथा उनके ॠतुस्राव, गर्भाशय अथवा अंडाशय पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है जिसके कारण उन्हें संतान पैदा करनें में परेशानियां आ सकतीं हैं।
कुंडली में शुक्र पर अशुभ राहु का विशेष प्रभाव जातक के भीतर शारीरिक वासनाओं को आवश्यकता से अधिक बढ़ा देता है जिसके चलते जातक अपनी बहुत सी शारीरिक उर्जा तथा पैसा इन वासनाओं को पूरा करने में ही गंवा देता है जिसके कारण उसकी सेहत तथा प्रजनन क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है तथा कुछेक मामलों में तो जातक किसी गुप्त रोग से पीड़ित भी हो सकता है जो कुंडली के दूसरे ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करते हुए जानलेवा भी साबित हो सकता है।
जिन लोगो की शादी होने में परेशानी आ रही है या शादी के बाद परेशानी आ रही है तो मान लो की उनका शुक्र ग्रह खराब है। जिन लोगों के शरीर मे जोश नहीं होता जो शरारतों और हंसी मज़ाक मे खुश तो रहते हैं लेकिन बहुत जल्दी चिड़ चिड़े हो जाते हैं, जिनको नहाने धोने साफ कपड़े पहनने, कामपर जाने के लिए सदा आलस बना रहता है, जो घर की साफ-सफाई के लिए टोका-टाकी तो करते हैं.
मगर स्वयं इन कामो को नही कर पाते,जिनमे संभोग की ताकत तो होती है,परवे अपने जीवन साथी को ख़ुश नहीं रख पाते, जिनके गुप्तांग पर बार-बार इन्फैकशन होता हो, जो हीरो बनने का प्रयास ना करते हों मगर हीरो बनने के सपने देखते हों, जो रोज नया जोशीला काम करने का वादा करते हों मगर काम करते ना हो, जिंनका विपरीत लिंगी के प्रति हर पल आकर्षण बना रहता हो, जिनमे बहुतज्यादा खर्च करने की आदत हो पर उतनी कमाई न हो, और औरतों मे सफेद पानी या ल्यूकोरियाकी दिक्कत हो तो यह सब शुक्र ग्रह की खराबी की वजह से होता है। कुल मिला कर इसग्रह की खराबी से ग्रस्त लोग अपनी कमियों को छिपाते हुए अच्छा होने का ढोंग करतेहै। वे इतनी ज्यादा शरारतें करते हैं कि यही शरारतें उनकी बदनामी का कारण बन जातीहैं।
ऐसे लोगों को सुगंधित खानो की खशबू या किसी भी प्रकार की सुगंध खराब लगती है, और वे सुंदरबनने के लिए बार- बार कुछ न कुछ करते रहते हैं पर बन नही पाते। जो कई तरह की नौकरियाँ और काम करने का प्रयास करते हैं लेकिन किसी मे सफल नही हो पाते, हर माहौल मे कमी निकाल कर अलग हो जाते हैं। पर सुनने मे उनके विचार बहुत ज्ञानवान लगते हैं।
इन सब का शुक्र ग्रह खराब होता है,जैसे ही शादी होती है अपना या जीवन साथी का स्वास्थ्य खराब होता चला जाता है। संभोग की प्रक्रिया के बाद जीवन साथी को ज्यादा महत्व नही देते और बहुत दिन तक इस प्रक्रिया से दूर रहते हो,जीवन साथी को कभी संतुष्ट नहीं रख पाते यूं ही शिकायतों मे जीवन बीतता रहता है, यदि रेडीमेट कपड़ो का काम है या कास्मेटिक ,मीठी वस्तुओ से संबन्धित कोई काम हो तो इनमे सदा कमी या खराबी बनी रहती है। इसके अलावा यदि यदि वह बाहर सुंदर या मूल्यवान चीजों पर पैसा खर्च करता हो या विपरीत लिंगियों से संबंध बनाता हो पर आनंद न ले पाता हो तो भी शुक्र ग्रह खराब है।
अगर आपको इनमे से कोई समस्या आ रही है है तो समाधान के उपाय के लिए निचे दिए उपायों को कर सकते है।
✍️ज्यो:शैलेन्द्र सिंगला पलवल हरियाणा mo no/WhatsApp no9992776726
नारायण सेवा ज्योतिष संस्थान
आप भी अपना जन्म विवरण भेजकर नारायण सेवा ज्योतिष संस्थान से अपना वर्तमान, भूतकाल और भविष्य विस्तृत जानकारी ग्रह दोष और निवारण जान सकते है। कुण्डली बेचना हमारा व्यवसाय नही है आप से प्राप्त दक्षिणा पूर्ण रूप से विकलांग ऑपरेशन के सहयतार्थ नारायण सेवा संस्थान उदयपुर में प्रेषित की जाती है।