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तोई मड़ा रा मड़ा रैई रा

आपकी कलम Published by: paliwalwani Updated Tue, 15 Jul 2025 02:02 AM
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काया देखों भरतार आप, 

हूक न कोरा आकड़ा वैई रा, 

एक-एक हाड़कों गणी लो, 

भरांकड़ा रा भरांकड़ा वैई रा। 

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आप रा पड़ौस्यां ने देखों, 

सब दड़ा रा दड़ा वैई रा, 

नख दो तो लोई आवें, 

आलूवड़ा रा आलूवड़ा वैई रा। 

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● नी जाणें आप ने कस्यां,

मीने रा मीने कीड़ा खाई रा, 

कतरोई खवाऊँ आप ने, 

तोई मड़ा रा मड़ा रैई रा। 

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● दाँत तो देखों आप रा, 

पावड़ा रा पावड़ा वैई रा, 

आंखा उन्डी बैई गी न, 

बाल खड़ा रा खड़ा रैई रा। 

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कई हालत वैई गी आप री, 

जळेबी न फाफड़ा नी भाई रा, 

आप रा पड़ौसी मावा रा, 

पेड़ा रा पेड़ा डकारी रा। 

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कई कमी हैं आप रे राजन, 

जो ताँतड़ा रा ताँतड़ा वैई रा, 

फाटी गोदड़ी जूँ काया मु, 

तूँतड़ा रा तूँतड़ा निकळी रा। 

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वणा रो कमायों,वे खाई रा, 

आप रो कमायों आप खाई रा, 

पछे क्यूँ छीज-छीज न आप, 

मांदेल बछड़ा रा बछड़ा वैई रा। 

राजेन्द्र सनाढ्य राजन : व्याख्याता- रा उ मा वि नमाना

नि-कोठारिया, जि-राजसमंद, राजस्थान 9982980777

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