आमेट. तेरापंथ सभा भवन में विराजित युगप्रधान आचार्य महाश्रमण की सूशिष्या साध्वी विशद प्रज्ञा,साध्वी प्रशम यशा, साध्वी मनन यशा, साध्वी मंदार प्रभा ठाणा 4 के सानिध्य में 222 वें भिक्षु चरमोत्सव के उपलक्ष में "एक शाम बाबा भिक्षु के नाम" भजन संध्या का आयोजन किया.
नमस्कार महामंत्र से भजन संध्या का शुभारंभ किया गया. साध्वी ने स्वामी के जीवनी से अवगत कराया. श्रावको द्वारा बाबा भिक्षु के जयकारों के साथ म्हारे सांस-सांस में बोले रे सांवरिया स्वामी,भीखण जी ढूंढ निकाल्यो ओ पावन तेरापंथ, चंदना को तारणे आये महावीर, बाबा भिक्षु ने मनावा गावा गीतगणरा, चैत्य पुरुष जग जाए, मेरे मन में पारसनाथ, विभिन्न भजनों द्वारा बाबा भिक्षु की आराधना की.
सिरियारी की पावन धरा पर स्वामी ने संथारा स्वीकार कर आत्म का कल्याण किया. भजन संध्या तेरापंथ सभा, तेरापंथ महिला मंडल, तेरापंथ युवक परिषद तेरापंथ कन्या मंडल व वयोवृद्ध श्रावक- श्राविकाओं ने आदि ने आदि ने भक्ति संध्या में सामूहिक भजनों का आनंद लिया. कार्यक्रम की सूचना जेटीऐन प्रतिनिधि पवन कच्छारा ने दी.
M. Ajnabee, Kishan paliwal