आमेट : बांग्लादेश में हिंदुओं पर बर्बर अत्याचारों पर रोक लगाने उन्हें सुरक्षा, न्याय के साथ ही मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर नगर के विभिन्न हिंदू संगठनों व सामाजिक संस्थाओं ने राष्ट्रपति के नाम उपखंड अधिकारी निशा सहारण को एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन से पूर्व हिंदू संगठनों द्वारा नगर में जुलूस निकालते हुए प्रदर्शन किया तथा बांग्लादेश के कट्टरपंथियों के खिलाफ नारेबाजी की. जिसमे विश्व हिंदू परिषद चित्तौड़ प्रांत मंत्री कौशल गौड़, राजसमंद जिला मंत्री राकेश हिंगड़ सरदारगढ़, जिला उपाध्यक्ष हीरालाल खटीक सरदारगढ़, जिला सह मंत्री पिंटू मेवाड़ा आमेट, प्रखंड अध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह चुंडावत, उपाध्यक्ष मांगीलाल खटीक सरदारगढ़, कार्यकारी अध्यक्ष गंभीर सिंह राठौड़, प्रखंड सह मंत्री मांगीलाल गुर्जर चावंड खेड़ा, मनीष कुमावत, बाबूलाल सेन, प्रेम कीर, देवीलाल गाडोलिया लोहार, उदयसिंह भाटी, ताराचंद मेघवाल, दुर्गा वाहिनी जिला संयोजिका पायल मेवाड़ा, सह संयोजिका कृष्णा खटीक, नगर संयोजिका वर्षा दवे, प्रतिभा माली, भाजपा जिला कार्यकारिणी सदस्य राजेंद्र लोहार, नगर अध्यक्ष सुनील गांधी, रमन कंसारा, माधव सिंह, राधेश्याम खटीक, दिनेश लक्षकार, सुरेंद्र सिंह पंवार, अमर सिंह तंवर, देवीलाल जीनगर, रतनलाल कीर, अरुण मिश्रा, महिला मोर्चा की गीता सोनी, मंजू सरनोत, संगीता शर्मा, यशोदा सोनी, विद्या देवी टेलर सहित हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति से मांग की है कि विगत कई दिनों से बांग्लादेश में हिंदू विरोधी कट्टरपंथियों द्वारा की जा रही हिंदुओं की हत्या एवं धार्मिक स्थलों को तोड़फोड़ करने के पीछे पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान व बंग्लादेश में हिंदू विरोधी संगठन का पूरा हाथ हैं वहाँ अल्पसंख्यक हिन्दू-सिखों के विरुद्ध जघन्य अत्याचारों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. गत एक सप्ताह में बंग्लादेश में माँ दुर्गा पूजा मैं मूर्तियों को खंडित करना, बलात्कार, हत्या, लूटपाट, आगजनी जैसा कोई भी कुकृत्य इस्लामिक जिहादियों ने नहीं छोड़ा. बांग्लादेश के 22 से ज्यादा जिलों में हिंसा की घटनाएं में सेकड़ो हिंदुओ ने अपनी जान गवा चुके है. इन वीभत्स काण्डों को देखकर हिन्दुओं का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. विश्व हिन्दू परिषद बांग्लादेश सरकार से मांग करती है कि हिन्दुओं पर हो रहे आक्रमणों तथा अत्याचारों को रोकने हेतु कड़े कदम उठाए तथा भारत सरकार से निवेदन करती है वह बांग्लादेश से इन घटनाओं को रोकने हेतु दबाब बनाए.
M. Ajnabee-Kishan Paliwal