यूपी एटीएस ने लखनऊ समेत कई शहरों आतंकी साजिश को नाकाम करते हुए दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। अलकायदा समर्थित अंजार गजवा तुल हिंद से जुड़े आतंकी लखनऊ के काकोरी और मड़ियांव से पकड़े गए हैं। एटीएस का दावा है कि दोनों आतंकी स्वतंत्रता दिवस के आसपास यूपी में सिलसिलेवार बम ब्लास्ट की प्लानिंग कर रहे थे। दोनों की साजिश यूपी के कई शहरों में फिदायीन हमले की भी थी।
संदिग्ध आतंकियों के पास से कुकर बम, आईईडी समेत बड़ी मात्रा में विस्फोटक, पिस्टल व अन्य सामग्री मिली हैं। एटीएस उनके साथियों की तलाश कर रही है। एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बताया कि पकड़े गए संदिग्धों की शिनाख्त दुबग्गा के जेहटा बरावन कला स्थित बगारिया निवासी मिनहाज अहमद और मड़ियांव के मोहिबुल्लापुर निवासी मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर के रूप में हुई है।
एडीजी के मुताबिक, एटीएस को सूचना मिली थी कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर से आतंकी गतिविधियां संचालित करने वाला अलकायदा का सदस्य उमर हलमंडी अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) संगठन में लोगों को भर्ती कर उन्हें उकसाता था। यह संगठन अलकायदा के गजवा तुल हिंद संगठन के तहत काम करता है। इसी के तहत उमर ने लखनऊ में मिनहाज, मुशीर और शकील को तैयार किया था।
ये सभी 15 अगस्त से पहले लखनऊ के महत्वपूर्ण स्थानों, स्मारकों और भीड़ वाले इलाकों में बम धमाके की तैयारी में थे। शुक्रवार रात को इसी साजिश के तहत मिनहाज के घर पर एक कुकर बम तैयार किया गया था। इसके अलावा फिदायीन हमले की भी तैयारी थी। लखनऊ के अलावा यूपी के अन्य महत्वपूर्ण शहर भी इनके निशाने पर थे। कानपुर के कुछ लोग भी इस संगठन के लिए प्रदेश में सक्रिय हैं। एटीएस और पुलिस शकील की तलाश कर रही है।
दुबग्गा से कानपुर रोड की तरफ जाने वाले रास्ते में स्थित मिनहाज के घर पर एटीएस की टीम सुबह करीब 10 बजे पहुंची। एटीएस ने मिनहाज के ताऊ रियाज और उनके पड़ोसी शाहिद के घरों को भी घेर लिया। ऐहतियात के तौर पर स्थानीय पुलिस की मदद से आसपास के घरों को भी खाली करवा लिया गया। करीब एक घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन के दौरान एटीएस को मिनहाज के घर से कई किलोग्राम विस्फोटक, आईईडी, कुकर बम, सूटकेस में बड़ी मात्रा में उपकरण, बम बनाने का सामान, टाइमर और एक पिस्टल बरामद हुई। मुशीर के घर से भी विस्फोटक और अन्य सामग्री मिली है।
एटीएस की पूछताछ में सामने आया है कि मिनहाज और मुशीर के दो साथी एटीएस के पहुंचने से कुछ देर पहले वहां से निकल गए थे। हालांकि, उनकी संख्या दो थी या इससे ज्यादा, इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है। फिलहाल एटीएस इस संगठन के कानपुर समेत अन्य जिलों में फैले नेटवर्क के बारे में पड़ताल कर रही है। दोनों आरोपितों को सोमवार को कोर्ट में पेश करने के बाद कस्टडी रिमांड मांगी जाएगी। इसके बाद एटीएस समेत अन्य एजेंसियां उनसे पूछताछ करेंगी। पड़ताल में सामने आया है कि मिनहाज पहले कुर्सी रोड स्थित इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में टेक्निशन था। मिनहाज और मुशीर को बम बनाने की ट्रेनिंग भी मिली है।