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लालपुर पांडेयपुर सामूहिक दुष्कर्म केस में SIT का गठन : आरोपियों के परिजनों ने दिए सबूत

उत्तर प्रदेश Published by: paliwalwani Updated Fri, 18 Apr 2025 01:16 AM
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पुलिस कमिश्नर बोले-30 दिन में चार्जशीट दाखिल करने की कोशिश

वाराणसी. शहर में 19 वर्षीय युवती से हुए गैंगरेप प्रकरण में अब जांच की दिशा बदलती नजर आ रही है। 14 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद अब इस मामले की परतें खोलने और हर पहलू की निष्पक्ष जांच के लिए वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है।

पुलिस कमिश्नर ने डीसीपी क्राइम प्रमोद कुमार की अध्यक्षता में इस टीम का गठन किया, जिसमें महिला आईपीएस अधिकारी एडीसीपी वरुणा जोन और एक इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी को भी शामिल किया गया है। पुलिस कमिश्नर ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि सामान्यतः ऐसे मामलों की विवेचना में 60 दिन लगते हैं, लेकिन हम कोशिश करेंगे कि एक महीने के भीतर इसकी रिपोर्ट तैयार कर आगे की विधिक कार्यवाही की जाय।

इस मामले को लेकर आरोपियों के परिजनों ने गुरुवार को पुलिस कमिश्नर को युवती के गतिविधियों की पूरी रिपोर्ट सौंपी. उन्होंने सीपी को युवती के उन सात दिनों की रिपोर्ट सौंपी जिस दौरान उसने अपहरण और गैंगरेप का आरोप लगाया था. उन्होंने बाकायदा ज्ञापन सौंपा और सीपी सबूत भी किए। इसमें युवती की सात दिनों की मोबाइल लोकेशन, सोशल मीडिया गतिविधियां, चैटिंग हिस्ट्री और स्क्रीनशॉट शामिल थे. जिसमें परिजनों का दावा है कि युवती की कहानी में विरोधाभास है।

दस्तावेजों की जांच भी एसआईटी से ही कराएंगे। जांच पूरी होने तक किसी भी अन्य व्यक्ति को आरोपी नहीं बनाया जाएगा। एफआईआर में नामित लोगों के अतिरिक्त कोई भी कार्रवाई कोर्ट में युवती के बयान और एसआईटी रिपोर्ट के आधार पर ही होगी।”

एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “अगर हमारी बेटियां गलत हों, तो उन्हें सजा दी जाए। लेकिन अगर कोई लड़की झूठे आरोप लगाकर पूरे परिवार की इज्जत उछाल रही है, तो उसकी भी जांच होनी चाहिए।” परिजनों ने मांग की कि पुलिस निष्पक्षता बरते और जब तक सभी तथ्य सामने न आ जाएं, किसी भी पक्ष को दोषी न ठहराया जाए।

एसआईटी को एक महीने में देनी होगी रिपोर्ट

डीसीपी क्राइम प्रमोद कुमार की अध्यक्षता में गठित यह एसआईटी अब मामले की तह तक जाकर जांच करेगी। जांच टीम को निर्देश दिए गए हैं कि वह हर पहलू की बारीकी से जांच करे और सभी पक्षों से बातचीत कर निष्पक्ष रिपोर्ट तैयार करे। कमिश्नर ने उम्मीद जताई है कि रिपोर्ट मिलने के बाद अदालत में मजबूत चार्जशीट पेश की जाएगी जिससे न्याय में तेजी लाई जा सके।

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