उत्तर प्रदेश.
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का प्रशासनिक अमला आखिरकार रविवार की देर रात सक्रिय हो गया। कुलपति के निर्देश पर प्रॉक्टर की अगुवाई में विभागीय अधिकारियों व सुरक्षा जवानों ने गहन चेकिंग अभियान चलाया। टीम ने रात लगभग 9 से 10 बजे के बीच विवि गेट पर परिसर के अंदर आने वालों की जांच पड़ताल की।
वहीं कई संदिग्धों से कड़ाई से पूछताछ भी गई। विवि प्रशासन के एक्शन मोड़ पर आने से छात्रों के अलावा बाहरी लोगों में खलबली मची रही। एएमयू के एसएस नार्थ हॉल में बीते आठ मई की रात छात्रों के दो गुटों में मारपीट हो गई थी। बीटेक के एक छात्र की बुरी तरह पिटाई कर घायल कर दिया गया था।
वहीं दहशत फैलाने की नियत से हवाई फायरिंग भी की गई थी। घटना के बाद दो आरोपित छात्र को सिविल लाइन थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जबकि पिछले महीने 22 अप्रैल को पदभार ग्रहण करने के बाद पहली बैठक में कुलपति प्रो नईमा खातून ने विवि परिसर के अंदर लॉ एंड ऑर्डर का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया था। उनका अभी एक महीने का कार्यकाल तक पूरा नहीं हुआ और विवि परिसर के अंदर मारपीट व गोलीबारी की वारदात हो गई।
घटना के दूसरे दिन आपके अपने हिन्दुस्तान अखबार में दस मई के अंक में ‘एएमयू परिसर में गोलीबारी के बाद लॉ एंड ऑर्डर पर फिर उठे सवाल’ खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर छपने के बाद विवि प्रशासन हरकत में आ गया। कुलपति प्रो नईमा खातून ने विभागीय अधिकारियों को हर हाल में परिसर के अंदर कानून व्यवस्था बनाए रखने और अवांछनीय तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया।
इस संबंध में प्रॉक्टर प्रो मोहम्मद वसीम अली ने बताया कि विवि परिसर के अंदर कानून व्यवस्था बनाए रखने और अवांछनीय तत्वों के अंदर आने से रोकने के लिए अभियान चलाया गया। उन्होंने बताया कि अभियान आगे भी जारी रहेगा।