उज्जैन. (रामकृष्ण सेलिया...) नागदा के चंबल कॉलोनी निवासी सोहेब ने अपने दोस्त राहिद और शहवाज के साथ मिलकर अपने फूफा को चंपत लगाकर लॉकडाउन के दौरान छाई कंगाली को दूर करने की योजना बनाई, इसके लिए बकायदा तीनों दोस्तों ने खुद पर एक दूसरे से चाकू से हमला करवाया ताकि घटना लूट होना नजर आए. लूट की घटना को गंभीरता से लेते हुए उज्जैन एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल के निर्देशन में एएसपी आकाश भूरिया के मार्गदर्शन में नागदा नगर पुलिस अधीक्षक मनोज रत्नाकर, नागदा थाना प्रभारी श्यामचंद्र शर्मा, प्रतीक यादव (साइबर सेल) एवं टीम को सफलता हाथ लगी. दरअसल मुख्य आरोपी सोहेब निवासी नागदा को उसके फूफा जो(भंगार खरीदने का कार्य करते है)उन्होंनेसोहेब को अपने हिसाब के ₹3 लाख 50 हजार रू.लेने महिदपुर भेजा था,परंतु आरोपी के मन में रुपयों को लेकर खोट गया तथा पुलिस को लूट की झूठी कहानी सुनाई. फरियादी के कथनअनुसार लाख कोशिश के बाद भी जब पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी,तो पुलिस ने फरियादी को घटनास्थल ले जाकर घटना का नाट्य रूपांतरण करवाया, संदेह होने पर तीनों फरियादी से घटना के बारे में अलग-अलग पूछताछ की गई तो पुलिस के आगे चुप्पी तोड़ दी तथा लूट की किसी घटना से इनकार कर दिया. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि हम तीनो अपने फूफा की अमानत (3.50लाख) लेकर महिदपुर से नागदा के लिए बाइक पर निकले थे, फर्जी लूट की कहानी से पूर्व रास्ते में हमने रुपयों से भरा बैग एक पत्थर के नीचे छिपा दिया था, फिर आगे चलकर गाड़ी रोकी तथा खुद पर एवं एक दूसरे पर चाकुओ से पैर, हाथ एवं पीठ पर वार करवाएं तथा सरकारी अस्पताल जाकर भर्ती हो गए एवं फूफा को लूट होना बताया तीनों आरोपियों ने शुरुआत में पुलिस को लूट के बारे में बताया था कि हम तीनों बाइक से जा रहे थे तथा हमारा पीछा करते हुए दो बाइक पर 6 लोग आए,लात मारकर हमारी गाड़ी गिराई, रुपयों से भरा बैग छीना नहीं देने पर चाकू मारे. लेकिन पुलिस के आगे उनकी एक ना चली और लुट का पर्दाफाश हो गया.
● पालीवाल वाणी मीडिया नेटवर्क...✍️