उदयपुर. पालीवाल ब्राह्मण महासभा मेवाड़ के उदयपुर मंडल द्वारा निम्बार्क शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय परिसर उदयपुर मे भव्य यज्ञोपवीत संस्कार एवं युवक-युवती परिचय सम्मेलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की पूर्व संध्या में विधि विधान से गणपति स्थापना एवं पूजन किया गया. मेनारिया नागदा एवं पालीवाल ब्राह्मण की समस्त श्रेणियों के 56 बटुक एवं 125 युवक युवती ने परिचय सम्मेलन में भाग लिया.
पालीवाल ब्राह्मण महासभा मेवाड़ का गठन सन 2001 में हुआ था. महासभा ने 24 सितंबर 2023 को राजसमंद में भव्य राष्ट्रीय महासम्मेलन किया और पांच मंडल बनाए गए. राजसमंद, उदयपुर, चित्तौड़, भीलवाड़ा, प्रतापगढ़, इंदौर, इन मंडलों से मेनारिया नागदा पालीवाल ब्राह्मण की सभी श्रेणी 12,16 24, 44, 52 समाज जुड़ा हुआ है.
संगठन ने राष्ट्रीय अधिवेशन में पिछले वर्ष कुछ कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तय किए थे. उसी क्रम में उदयपुर मंडल ने संस्कार स्थापना और विवाह योग्य युवक युवती परिचय सम्मेलन का काम हाथ में लिया. उदयपुर मंडल को समाज के सभी घटकों से समर्थन प्राप्त है एवं सभी समाज ने तन-मन-धन से इस कार्यक्रम में अपनी महत्वपूर्ण सहभागिता निभाई है. कार्यक्रम को सफलता के लिए उदयपुर मंडल की पूरी कार्यकारिणी ने मेनापा समाज का आभार व्यक्त किया.
इस अवसर पर बड़ी सादड़ी मठाधीश श्री सुदर्शनाचार्य जी ने पालीवाल दिग्दर्शन पुस्तिका का विमोचन किया. श्री सुदर्शनाचार्य जी ने समाज में ब्राह्मणों भूदेव के महत्व, उनकी भूमिका और आज ब्राह्मणत्व के क्षय होने के कारणों पर समाज का ध्यान दिलाया.
उन्होंने कहा कि यज्ञोपवीत संस्कार मनुष्य जीवन के 16 संस्कारों में से 11 वां संस्कार हैं. जन्म से सभी शुद्र होते हैं तथा उपनयन संस्कार के बाद ही ब्राह्मणत्व को प्राप्त होते हैं. एक जन्म माता पिता से और दूसरा जनेऊ संस्कार से होता है. अतः सभी बालकों का समय पर जनेऊ संस्कार किया जाना चाहिए और ब्राह्मणत्व के रक्षण के लिए देवसत्ता को कंधे पर धारण कर यम नियम का पालन करना चाहिए.
भव्य यज्ञमय वातावरण देखकर उनका मन आनंदित हुआ और आयोजकों को इसके लिए बधाई और साधुवाद दिया. संस्कार स्थापना का यह क्रम जारी रहना चाहिए.
श्री घनश्याम जी पालीवाल राजसमंद ने बालकों को यज्ञोपवीत का महत्व, उसको धारण करने के क्या-क्या लाभ हैं तथा नहीं धारण करने वालों को क्या-क्या हानि है इस संबंध में शास्त्रोक्त विधान का विस्तृत विवेचन किया.
श्री धर्म नारायण जी जोशी नए सभी आगंतुकों का हार्दिक अभिनंदन और स्वागत किया. समाज के इस कार्यक्रम को शानदार बनाने के लिए सभी का आभार व्यक्त किया.
श्री केशु लाल जी पालीवाल लखावली, श्री नरेंद्र जी पालीवाल बड़गांव और सत्यनारायण जी पालीवाल आमली ने सभी पधारे हुए गणमान्य व्यक्तियों का ऊपरना पहना कर स्वागत किया. युवक युवतियों परिचय सम्मेलन का संचालन श्री महेश जोशी बेदला मंडल महासचिव ने किया.
प्राप्त 125 प्रविष्टियों का प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रदर्शन किया गया. उपस्थित युवक युवतियों को मंच पर बुला कर समाज से परिचय कराया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पद्मश्री श्रीमान श्यामसुंदर पालीवाल पिपलांत्री ने विशाल संस्कार कार्यक्रम की सराहना की और कहा ऐसे कार्यक्रम सभी स्थानों पर लगातार होते रहना चाहिए. उन्होंने गो, गोचरभूमि और पर्यावरण की महत्वता पर भी अपनी बात रखी और सघन वृक्षारोपण का समाज से आह्वान किया.
गायत्री परिवार के श्री घनश्याम जी पालीवाल एवं श्री योगेश जी पानेरी के सानिध्य में उनकी टीम ने देव मंच पर सुंदर प्रस्तुतियां एवं वैदिक रीति रिवाज से यज्ञ कर्म संपन्न करवाया.
कार्यक्रम में मुख्य रूप से पद्मश्री श्यामसुन्दर पालीवाल पिपलांत्री, महासभा राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मावली विधायक श्री धर्मनारायण जोशी, श्री घनश्याम पालीवाल संरक्षक, डॉ. उमाशंकर शर्मा मंडल संरक्षक, डॉ. केशूलाल पालीवाल लखावली राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, भंवरलाल पालीवाल राष्ट्रीय महामंत्री, रामचन्द्र जी पालीवाल नाथद्वारा राष्ट्रीय संगठन मंत्री, अधिवक्ता हुक्मीचन्दजी मेनारिया (मेनार) वरिष्ठ उपाध्यक्ष, सत्यनारायण जी पालीवाल सालोर, महासभा वरिष्ठ उपाध्यक्ष, श्री राकेश जोशी , 24 श्रेणी पालीवाल ब्राह्मण समाज अध्यक्ष इंदौर, श्री बद्री लाल जी जोशी, केलवा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजसमंद मंडल, श्री किशन जी पालीवाल मोरवड, श्री भगवती लाल जी पालीवाल धर्मेटा, श्री नारायण जी पालीवाल, रूड की भागल, श्री इंद्र जी पालीवाल, माची की भागल, श्री मनीष जी पालीवाल, श्री अशोक जी पालीवाल, टाटावाड़ा, श्री सोहन जी पालीवाल, चारभुजा, श्री पूर्णाशंकर नागदा, नागदा समाज 16 खेड़ा अध्यक्ष, श्री रामनारायण जी नागदा बूझड़ा महासभा उपाध्यक्ष, श्री नरेन्द्र पालीवाल बड़गांव उपाध्यक्ष, माधवलाल जी पालीवाल उपाध्यक्ष चांटियाखेडी, रूपलाल पालीवाल उपाध्यक्ष, श्री मांगीलाल जी मेनारिया, श्री रूपलाल जी मेनारिया, श्री लक्ष्मीकांत जी जोशी, पूर्व अध्यक्ष 44 श्रेणी, उदयपुर, श्री हिम्मत जी नागदा, अध्यक्ष, नागदा समाज उदयपुर, भामाशाह श्री ओम जी जोशी नागदा, श्री गेहरी लाल जी जोशी, खेड़ा चंदेसरा, श्री कुंतल जी जोशी, अनोपपुरा, श्री नंदलाल जी नागदा, खेड़ा चंदेसरा, श्री मनोहर जी पालीवाल अध्यक्ष 44 श्रेणी पालीवाल समाज उदयपुर, श्री सत्यनारायण जी पालीवाल, महासभा उपाध्यक्ष, श्री प्रेम जी जोशी पूर्व अध्यक्ष 24 श्रेणी उदयपुर, श्री शिव शंकर जी पालीवाल, पूर्व अध्यक्ष ब्राह्मण महासभा उदयपुर, श्री खूबी लाल जी पालीवाल, प्रधान, श्री हरीश जी बागोरा, श्री नरेंद्र जी पालीवाल, विप्र फाउंडेशन युवा प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष पालीवाल ब्राह्मण समाज 44 श्रेणी उदयपुर के अध्यक्ष श्री मनोहर लाल जी पालीवाल, श्री खूबी लाल जी पालीवाल, पालीवाल ब्राह्मण 44 श्रेणी समाज संस्था, सेक्टर 9, श्रीनाथ पालीवाल समाज सेवा समिति कालका माता के अध्यक्ष श्री हरीश जी बागोरा, पूर्व महामंत्री श्री सत्यनारायण जी पालीवाल, डॉक्टर मोहन प्रकाश जी शर्मा, डॉक्टर मनोहर लाल जी पालीवाल, श्री मदन लाल जी पालीवाल, श्री गोपाल जी पालीवाल, श्री मदन लाल जी पालीवाल, उदयपुर महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा जी पालीवाल, श्रीमती मंजू जी पालीवाल, वीना जी पालीवाल, श्रीमती प्रेमलता जी पुरोहित, श्रीमती तरुणा जी पालीवाल, श्रीमती तारा पालीवाल बड़गांव, श्री मुन्नी बागोरा जी, श्रीमती तारा जी पालीवाल भूताला, श्री भंवर जी माद, श्री भंवर जी मंगरूप, श्री जगदीश जी पालीवाल, श्री इंद्र लाल जी बागोरा, श्री संजय जी पालीवाल, श्री गजेंद्र जी पालीवाल, विप्र फाऊंडेशन युवा प्रकोष्ठ प्रदेश संगठन मंत्री श्री राजेश पालीवाल, श्री पुरुषोत्तम जी पालीवाल बड़गांव, श्री पूनम चंद जी पालीवाल काकरवा, श्री हीरालाल जी पालीवाल साकरोदा, श्री लक्ष्मी लाल जी पालीवाल साकरोदा, श्री सत्यनारायण जी पालीवाल सार्लो, 24 श्रेणी पालीवाल समाज महामंत्री एवं कई गणमान्य समाज जन ने अपनी गरिमापूर्ण मौजूदगी दर्ज कराकर कार्यक्रम का गौरव बढ़ाया.
डॉ भंवर हीरावत मंडल अध्यक्ष पालीवाल ब्राह्मण महासभा मेवाड़ उदयपुर ने सभी बंधुओं का तन-मन-धन से समाज के इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए हार्दिक आभार और धन्यवाद ज्ञापित किया. उक्त जानकारी समाजसेवी श्री नरेन्द्र पालीवाल ने पालीवाल वाणी को दी.