हम आपको बताने जा रहे हैं। कि अगर बेडरूम का कलर वास्तु के अनुसार हो तो वैवाहिक जीवन में मिठास रहती है। साथ ही पति- पत्नी के संंबंध में मधुरता बनी रहती है। आइए जानते हैं वास्तु अनुसार कैसा होना चाहिए बेडरूम का कलर…
लाल रंग का नहीं करें प्रयोग:
वास्तु अनुसार बेडरूम में लाल रंग का प्रयोग नहीं करना चाहिए। चाहे वो कमरे का लैंप, नाइट बल्ब या कमरे की दीवारों पर किया गया कलर हो। आपको बता दें कि लाल रंग मंगल ग्रह का कलर है। साथ ही लाल रंग करवाने से क्रोध और आक्रामकता बढ़ती है। इसीलिए बेडरूम में लाल रंग को वर्जित माना जाता है। वहीं अगर आप बेडरूम में नाइट बल्ब का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो उसका कलर नीला चूज कर सकते हैं।
गुलाबी और हल्का पीला का कर सकते हैं इस्तमाल:
गुलाबी रंग को कोमलता एवं स्नेह का प्रतीक माना जाता है। इस रंग की चादर का इस्तेमाल करने से कपल्स के बीच प्यार और सम्मान बढ़ता है। वही और रंगों की बात करें तो आप हल्के रंगों का भी चयन कर सकते हैं, जैसे कि हल्का पीला, नारंगी या फिर आसमानी। जिससे आपके जीवन में खुशियां और उत्साह वापस आ सकता है।
बेडरूम के पर्दों का कलर रिश्ते के लिए अहम माना जाता है। वास्तु के अनुसार इन पर्दों का रंग हल्का होना चाहिए। बेडरूम में सफेद, नारंगी क्रीम या पीले रंग के पर्दे चुन सकते हैं। मान्यता है इन कलर के पर्दे लगाने से पति- पत्नी के बीच संबंध मधुर बनते हैं और एक दूसरे के बीच अच्छा तालमेल खाता है।
इस दिशा में होना चाहिए बेडरूम:
मास्टर बेडरूम हमेशा दक्षिण-पश्चिम में होना चाहिए। इसे आप चाहें तो नीले रंग से करवा सकते हैं। अन्य बेडरूम के लिए आप गहरे पीले, हल्के पर्पल, मरून आदि रंगों का चयन कर सकते हैं। जिन लोगों को नींद न आने की शिकायत है, वे बेडरूम में नीले रंग का नाइट बल्ब जलाएं।