भारत में हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में चार राज्यों में भाजपा का जीत का परचम लहराया। बस पंजाब अकेला ऐसा राज्य था जहां भाजपा नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी ने जीत का सहरा पहना। इस दौरान ‘आप’ ने 117 में से 92 सीटों पर अपनी दावेदारी जीती। इस ऐतिहासिक जीत के बाद भगवंत मान पंजाब के मुख्यमंत्री पद पर विराजेंगे।
आज भगवंत मान का राजनीति में बड़ा नाम है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसी राजनती ने उनके बच्चे और पत्नी को उनसे दूर कर दिया था। इस राजनीति कीड़े की चलते उन्हें अपने परिवार वालों का गुस्सा झेलना पड़ा था। इसका खुलासा खुद भगवंत मान ने एक इंटरव्यू में किया था।
भगवंत मान ने बताया था “इस राजनीति के कारण मैं मेरा परिवार मुझ से दूर हो गया। उन्होंने इस वजह से बहुत कुछ खोया। राजनीति में व्यस्त होने की वजह से मैं अपने बीवी बच्चों को समय नहीं दे पाता था। इस कारण मेरा बीवी ( इंदरजीत कौर) से 2015 में तलाक हो गया था। आलम ये है की मेरे बच्चे मुझ से फोन पर बात भी नहीं करते हैं।”
भगवंत मान एक बेटे व एक बेटी के पिता हैं। उनके दोनों बच्चे विदेश में रहते हैं। भगवंत मान का करियर बतौर कॉमेडियन शुरू हुआ था। वे कई स्टेज शो का हिस्सा रहे थे। जब आप पार्टी ने मान को पंजाब का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था तब वह पंजाब से आम आदमी पार्टी के अकेले लोकसभा सांसद थे। उन्होंने 2014 का लोकसभा चुनाव भी जीता था।
मान अपनी शराब की लत की वजह से विवादों में भी फंस गए थे। इस मुद्दे को संसद में भी उठाया गया था। हालांकि फिर उन्होंने 2019 में आम आदमी पार्टी की जनसभा में अपनी मां के सामने शपथ लेकर कभी शराब न पीने की कसम खाई थी। इसके बाद वे कभी सार्वजनिक स्थल पर शराब पीते हुए नहीं दिखे।
अब देखना ये है की 48 साल के भगवंत मान पंजाब के मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद राज्य में क्या क्या बदलाव लाते हैं। यह देखने के लिए उनके समर्थक बड़े उत्सुक हैं। गौरतलब है की विधानसभा चुनावों में AAP ने तीन-चौथाई सीटें हासिल कर सबको चौंका दिया। इस दौरान कांग्रेस ने 18, SAD ने 3, बीजेपी ने 2 और बसपा ने 1 सीट पर ही विजय हासिल की। इसके अलावा एक सीट निर्दलीय ने भी जीती।