राजस्थान के भरतपुर में एक 12 साल के स्कूली छात्रा की दर्दनाक मौत हो गई। यह बच्चा स्कूल खुलने का इंतजार कर था तभी वहां लगे एक पेड़ को छूते ही उसकी जान चली गई। लोग उम्मीद लेकर उसे अस्पताल तो ले गए, लेकिन वहां भी डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। क्या है पूरा मामला आपको आगे बताते हैं।
घटना कैथवाड़ा थाना इलाके के इकलेरा गांव की है।जानकारी के मुताबिक, इकलेरा गांव का रहने वाला अंशु राजकीय विद्यालय में पढ़ता था। शुक्रवार को वह समय से पहले स्कूल पहुंच गया था। जब उसने देखा कि स्कूल के दरवाजे नहीं खुले है तो वह नीम के पेड़ के नीचे बैठकर इंतजार करने लगा इसी दौरान उसका हाथ पेड़ से छू गया। बताया जा रहा है कि पेड़ के ऊपर से 11 केवी की विद्युत लाइन निकल रही थी। उसका तार ढीला था, इस वजह से पेड़ में करंट था। जैसे ही छात्र ने पेड़ को हाथ लगाया तो उसे जबरदस्त झटका लगा। झटका लगते ही वह बेहोश होकर गिर गया और मौके पर ही उसका दम निकल गया।
हादसे से दहशत फैली
इस घटना को आसपास मौजूद लोगों ने देखा तो उनके होश उड़ गए और वहां दहशत फैल गई। लोग मासूम को तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। किसी तरह बच्चे के परिजनों को खबर दी गई। सूचना मिलते ही परिवार वाले उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। इधर स्कूल के बाहर स्थित पेड़ पर करंट आने से स्कूल के दूसरे बच्चों में दहशत छा गई।
बिजली विभाग खिलाफ शिकायत दर्ज
परिजनों ने बिजली विभाग की लापरवाही को देखते हुए कैथवाडा थाने में मामला दर्ज कराया। परिजनों का कहना है कि अगर हमारे बेटे के साथ ये घटना हो सकती है तो, भविष्य में किसी के भी साथ हो सकती है। इसलिए लापरवाह अधिकारियों को सबक सिखाना जरूरी है। पुलिस और प्रशासन ने मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है।