हिंदू पंचाग के अनुसार इस साल धनतेरस 2 नवंबर 2021 को मनाई जाएगी. धनतेरस के दिन से दिवाली की शुरुआत हो जाती है. 5 दिन तक चलने वाला दिवाली का पर्व धनतेरस के दिन से ही शुरू होता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार धनतेरस के दिन पूजा-अर्चना करने से धन-समृद्धि मिलती है. कहते हैं इस दिन भगवान धनवंतरि का जन्म हुआ था, इसी कारण धनतेरस के दिन धनवंतरि की पूजा की जाती है. इसे धनवंतरि जयंती (कींदअंदजंतप रंलंदजप) और धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन धन के स्वामी कुबेर की पूजा करने का भी विशेष महत्व है. कुबेर को धन का देवता माना जाता है. माना जाता है कि वे धन और संपत्ति की रक्षा करते हैं, इसलिए भक्त धन, वैभव और सुख-समृद्धि के लिए इनकी पूजा-अर्चना करते हैं. मन से की गई प्रार्थना का कुबेर जरूर स्वीकार करते हैं और धन वृद्धि का आर्शीवाद देते हैं. तो आइए जानते हैं धन के स्वामी कुबेर को कैसे प्रसन्न किया जा सकता है.
देवता कुबेर को करें प्रसन्न : वैसे तो देवता कुबेर को भगवान शिव का द्वारपाल भी कहा जाता है. वैसे तो कुबेर रावण के सौतेले भाई हैं, लेकिन अपने ब्राह्मण गुण के कारण ही उन्हें धन का देवता बनाया गया है. धनतेरस के दिन धनवंतरि पूजा और लक्ष्मी पूजा के साथ-साथ धन के देवता कुबेर की पूजा करने से विशेष लाभ होता है.
इस मंत्र के जप से होगा लाभ : कुबेर मंत्र ऊं श्रीं, ऊं ह्रीं श्रीं, ऊं ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम: इस मंत्र का लगातार जप करना चाहिए. इस मंत्र का जप सुबह-शाम एक माला लेकर करें. एक माला में 108 मोती होते हैं, तो आपको एक बार में 108 बार यानि एक माला का जाप करना है. इसके साथ ही मंत्र का जाप समाप्त होते ही हनुमान चालीसा का पाठ भी जरूर करें. आपको धन लाभ बहुत ही जल्द होने लगेगा.
रात्रि को जलाएं दीपक : पुराणों के अनुसार कुबेर भी भगवान शिव के आगे दीपक जलाने से कुबेर देवता बने थे. इसलिए आप भी रात को भगवान शिव के आगे दीपक जलाएं. ऐसा करने पर कुबेर देवता विशेष ध्यान देते हैं.
कुबरे देवता की मूर्ति लगाएं : घर में कुबेर देवता की मूर्ति या तस्वीर रखना लाभदायक माना जाता है. यदि आपके घर में धन नहीं आ रहा या धन रुक नहीं रहा तो घर में कुबेर देवता की मूर्ति रखने से लाभ होगा. घर में उत्तर दिशा में कुबेर देवता की स्थापना करें इससे आपको जरूर लाभ मिलेगा.
तिजोरी में रखें कुबेर देवता : घर में जिस जगह पर धन रखा जाता है या फिर तिजोरी में धन के देवता कुबेर को जरूर रखना चाहिए. पुराणों में कुबेर जी को कोषाध्यक्ष बताया गया है. पहले मंदिरों के बाहर कुबेर की मूर्तियां लगाई जाती थीं, क्योंकि धन की रक्षा कुबेर ही करते हैं इसलिए घर का सारा धन कुबेर के समक्ष रख दिया जाता है.
दिवाली पर कराएं गुप्त पूजा : ज्योतिषियों के अनुसार कुछ लोग दिवाली के दिन कुबेर देव की गुप्त पूजा करवाते हैं. गुप्त मतलब ऐसा नहीं होता कि छुपी हुई पूजा होती है. बस, इस पूजा के बारे में सबको नहीं बताया जाता. यह पूजा सही मंत्रों के जाप से सही पंडित द्वारा कर दी जाए, तो उस घर में इस पूजा का असर जरूर दिखता है और विशेष लाभ होता है
इन विशेष मंत्रों का भी कर सकते हैं जप : 3 मंत्रों का जप विशेष :कुबेर यंत्र को को दक्षिण दिशा की और मुख करके ही स्थापित करें. इसके बाद हाथ में गंगाजल लेकर मंत्र अस्य श्री कुबेर मंत्रस्य विश्वामित्र ऋषि:वृहती छन्द: शिवमित्र धनेश्वरो देवता समाभीष्टसिद्धयर्थे जपे इसके बाद हाथ में लिया हुआ जल भूमि पर छिड़क दें और कुबेर मंत्र ऊं श्रीं, ऊं ह्रीं श्रीं, ऊं ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम: का जप करें. लेकिन ध्यान रखें कि मंत्र का स्पष्टरूप से उच्चारण करना जरूरी है.