अगर बात लैंबोर्गिनी गाड़ी की हो तो हर किसी के दिमाग में लग्जरी और अमीरी का ही ख्याल आता है। हर कोई यही सोचता है कि ये तो दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू, अहमदाबाद जैसे बड़े शहरों के लोग ही ले सकते हैं, क्योंकि उनके पास अधिक पैसे होते हैं। हालांकि, आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि हर चार में से एक लग्जरी लैंबोर्गिनी कार छोटे शहर (Luxury cars in small cities) में खरीदी गई है। चलिए जानते हैं कहां के लोग खरीद रहे हैं इसे।
सबसे पहले तो आपको ये पता होना चाहिए कि लैंबोर्गिनी की कारों की कीमत कितनी होती है। ये कारें 4 करोड़ रुपये से भी अधिक महंगी होती हैं। ऐसे में छोटे शहर के लोगों का इसे खरीदना किसी को भी हैरान कर सकता है। हर चार में से एक लैंबोर्गिनी कार लुधियाना, कानपुर, गुवाहटी, सालेम, सूरत, मदुरई और इंदौर जैसे छोटे शहरों के लोगों ने खरीदी है। तो अगली बार छोटे शहरों में लैंबोर्गिनी देखकर हैरान ना हों।
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लैंबोर्गिनी के अलावा और भी लग्जरी कारें हैं, जो इन छोटे शहरों में खरीदी जा रही हैं। इनमें Aventador और Huracan जैसी स्पोर्ट्स कारें भी शामिल हैं। दरअसल, नई पीढ़ी के बहुत से ऐसे युवा हैं, जो छोटे शहर से आते हैं, लेकिन वह मोटी कमाई करने वाले एंट्राप्रेन्योर बन चुके हैं। वहीं इन छोटे शहरों में ऐसे भी बहुत से लोग हैं, जिनका कई पीढ़ियों से बिजनस चल रहा है और लगातार फलता-फूलता और बढ़ता जा रहा है। ऐसे में महंगी गाड़ियां खरीद कर वह अपना स्टेटस अपडेट करना चाहते हैं।
लैंबोर्गिनी के प्रमुख शरद अग्रवाल कहते हैं कि 2015-16 तक तो अधिक मांग सिर्फ मेट्रो शहरों से ही आती थी, क्योंकि छोटे शहरों से सिर्फ सिंगल डिजिट में ही मांग थी। अब हालात बदल गए हैं और करीब 25 फीसदी मांग सिर्फ टीयर-1 और टीयर-2 शहरों से आ रही है। शरद अग्रवाल के अनुसार कंपनी की Urus SUV के बाद मांग तेजी से बढ़ी है। कंपनी ने भारत में बिजनस शुरू करने से लेकर अब तक करीब 300 कारें बेच दी हैं।