उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ईद-ए-मिलाद उन नबी के अवसर पर प्रदेश के लोगों को बधाई दी और उम्मीद जताई कि यह त्योहार समाज में शांति और सद्भाव को बढ़ाने के लिए नई प्रेरणा देगा। अपने संदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “यह त्योहार पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन पर मनाया जाता है। मुझे उम्मीद है कि यह त्योहार समाज में शांति और सद्भाव बढ़ाने के लिए नई प्रेरणा देगा।” उधर, कानून-व्यवस्था के मद्देनजर असम के कुछ इलाकों में जुलूस और लाउडस्पीकर पर पाबंदी लगा दी गई है। ईद मिलाद उन नबी को पैगंबर हजरत मोहम्मद की जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। उनका जन्म रबी अल-अव्वल के महीने में हुआ था, जो इस्लामी कैलेंडर का तीसरा महीना है। ईद-ए-मिलाद-उल-नबी, जिसे मौलिद या ईद-ए-मिलाद के नाम से भी जाना जाता है, दुनिया भर के मुसलमानों द्वारा उत्साह के साथ मनाया जाता है।
असम की हिमंता बिस्वा सरकार ने पर जुलूस निकालने और लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी है। इसके पहले, तीन जिलों के प्रशासन ने जुलूस और लाउडस्पीकर की अनुमति दी थी,लेकिन शनिवार को कानून-व्यवस्था के मद्देनजर इस आदेश को वापस पलट दिया। कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिलों में प्रशासन ने रविवार को जुलूस निकालने और लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी है। कछार के एसपी ने कहा कि हालांकि, वे लोग मस्जिद, ईदगाह या खुले मैदान में उत्सव मना सकते हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लोगों को शुभकामनाएं दीं। राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संदेश में कहा है, ‘‘पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन ईद-ए-मिलाद (मिलाद-उन-नबी) के अवसर पर मैं सभी लोगों, खासतौर से मुसलमान भाई-बहनों को शुभकामनाएं देती हूं।” राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि उनका संदेश हम सभी को सौहार्द और भाईचारा के रास्ते पर आगे बढ़ने को प्रेरित करता है।