नानालाल जोशी, नरेन्द्र पालीवाल
राजसमंद :
द्वारिकाधीश मंदिर से प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार शाम को सबसे पहले द्वारिकाधीश जी को धारण कराई जाने वाली मणि को बालकृष्ण लाल जी की गादी पर लाया जाएगा जहां पर विधि विधान के साथ गोस्वामी परिवार के सदस्य, मुखिया, भितरिया ,मंदिर अधिकारी गण द्वारा पूजा अर्चना की जाएगी।
इसके बाद आम श्रद्धालुओं को मणिजी के दर्शन करवाए जाएंगे । इसके बाद प्रभु द्वारिकाधीश को सर्वप्रथम चांदी के हिंदोरा में विराजित कर भक्तों को दर्शन करवाए जाएंगे यह दर्शन शाम 6 बजे खुलेंगे ।
प्रतिवर्ष सावन माह में प्रभु द्वारिकाधीश 1 महीने तक प्रतिदिन हिंदोरा में विराजित होते हैं और भक्तों को दर्शन देते हैं परंतु इस वर्ष अधिक मास भी होने से यह आनंद द्विगुणित हो रहा है । जहां 5 जुलाई 2023 से लेकर 17 जुलाई 2023 तक प्रभु के सावन माह का प्रथम दौर चलेगा।
वहीं 18 जुलाई 2023 से प्रभु के अधिक मास मनोरथ आयोजित होंगे जो कि 17 अगस्त 2023 तक चलेंगे। उसके पश्चात पुनः सावन माह का बचा हुआ मनोरथ आयोजित होंगे। जो 3 सितंबर को समाप्त होंगे । हर वर्ष सावन माह के प्रथम दिवस को प्रभु द्वारिकाधीश को धारण कराई जाने वाली मणि को आम श्रद्धालुओं के लिए दर्शन के लिए लाया जाता है।