राजस्थान में आधी रात बीच सड़क पर अकेली दुल्हन को देखकर पुलिस चौंक गई है। पुलिस को पूरे मामले की गुत्थी सुलझाना मुश्किल हो रहा है।गौरतलब है कि सीकर शहर के फतेहपुर रोड पर गश्त के दौरान रात को अकेली मिली 22 वर्षीय युवती अब पुलिस के लिए पहेली व परेशानी दोनों बन गई है। दो माह बाद भी पुलिस यह पता नहीं लगा पाई है कि यह युवती कौन है और कहां से किसके साथ सीकर आई है। पुलिस ने महिला को जयपुर स्थित राज्य महिला सदन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में भेज दिया।
गौरतलब है कि करीब 22 वर्षीय रेशमा फतेहपुर रोड पर 9 अप्रेल की रात अकेली घूमती मिली थी। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो वह कोई जवाब नहीं दे पाई। उसके पास पहचान का भी कोई दस्तावेज नहीं मिला। ऐसे में महिला कांस्टेबल के साथ उसे थाने लाया गया। बाद में अधिकारियों ने उससे पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उसने स्वयं का नाम रेशमा और नागालेंड की रहने वाली बताया। बाद में जांच में उसे सीकर लाकर उसकी शादी किया जाना भी सामने आया।
नागालेंड की रहने वाली युवती रेशमा से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, जयपुर के अधिकारियों ने बयान लिए। विधिक सेवा प्राधीकरण, जयपुर के अधिकारियों ने भी काउंसलिंग की। इस दौरान युवती ने अपने को नोतून बस्ती, दीमापुर नागालेंड की रहने वाली बताया है। साथ ही कहा है कि एक व्यक्ति से नागालेंड से उसे साथ लेकर आया और दो लाख रुपए लेकर श्याम नाम के व्यक्ति से उसकी शादी करवा दी। लेकिन वह श्याम के बारे में कुछ भी नहीं बता पाई है। ऐसे में महानिदेशक पुलिस (सिविल राइट्स एवं एएचटी) ने इसे मानव तस्करी का मामला मानते हुए सीकर पुलिस को जांच के आदेश दिए। इस पर शहर कोतवाली के एएसआई केदारमल की ओर से मानव तस्करी का मामला दर्ज करवाया गया है।
पुलिस रेशमा के पति को ढूंढ रही है। वहीं, पुलिस की टीम अब उसे नागालेंड लेकर जाएगी। मामले से जुड़े पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि उक्त युवती मानसिक और शरीरिक दृष्टि से स्वस्थ है। उसकी भाषा जानने वाले कई अधिकारियों ने भी उससे पूछताछ की है, लेकिन वह सबको अलग-अलग बात बता रही है। दिन के समय वह महिला सदन में सामान्य रूप से रहती है। बच्चों के साथ खेलती भी है, लेकिन अपने बारे में यहां आने को लेकर सहीं जानकारी नहीं दे रही है। ऐसे में अब उसके नाम-पते की नागालेंड में जाकर तस्दीक की जाएगी।