भले ही उत्तर भारत से मॉनसून की विदाई हो गई हो. लेकिन अभी भी कई राज्यों में बारिश कहर बनकर टूट रही है. इससे आम लोगों का जीना मुहाल हो गया है. रविवार को गोवा के लिए भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रेड अलर्ट जारी किया है. आईएमडी ने कहा कि राज्य में अगले 24 घंटे भारी बारिश होने का अनुमान है. प्रति घंटे 60 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलने के अलावा मध्यम से भारी बारिश हो सकती है.
आईएमडी ने बताया कि राज्य के परनेम, तिसवाडी, बर्देज, बिचोलिम और सत्तरी तालुक में सुबह बादल छाए रहे. ये सभी तालुक उत्तर गोवा जिले में हैं. मौसम विभाग ने कहा, 'अरब सागर से और बादल आ रहे हैं. बादलों के उत्तर-पूर्वी दिशा में बढ़ने के कारण और अधिक तालुक में बादल छाए रहने की संभावना है.' राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने उत्तर और दक्षिण गोवा जिलों में अपने कंट्रोल रूम्स को एक्टिव कर दिया है.
एसडीएमए ने कहा, 'गोवा में अगले 24 घंटे में अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है. लोगों को जलभराव या बाढ़ के लिहाज से संवेदनशील इलाकों में न जाने की सलाह दी है.' राज्य सरकार की तरफ से नियुक्त जीवनरक्षक एजेंसी 'दृष्टि मरीन' ने ऊंची लहरें उठने और खराब मौसम के कारण लोगों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है.
दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल और पड़ोसी राज्य झारखंड के ऊपर दृष्टिगोचर कम दबाव क्षेत्र के कारण ओडिशा के कुछ हिस्सों में पांच अक्टूबर तक भारी बारिश जारी रहने के आसार हैं. IMD ने कहा कि पिछले 24 घंटे में खुर्दा, पुरी, केंद्रपाड़ा और नयागढ़ जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई. इस दौरान खुर्दा जिले के जाटनी में राज्य में सबसे ज्यादा 138 मिमी बारिश दर्ज की गई. इसके बाद पुरी जिले के सत्यबाड़ी में 96 मिमी और केंद्रपाड़ा में 87 मिमी बारिश दर्ज की गई.
सोमवार को सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा, देवगढ़, क्योंझर और संबलपुर जिलों में भारी बारिश के आसार के चलते 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया गया है. आईएमडी ने कहा कि बरगढ़, सोनपुर, बोलांगीर, अंगुल, मयूरभंज, जाजपुर, भद्रक, बालासोर और केंद्रपाड़ा में भी भारी बारिश होने की संभावना है.
लगातार बारिश के कारण झारखंड की राजधानी रांची समेत राज्य के अन्य इलाकों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है. शनिवार शाम से कई इलाकों में भारी बारिश हुई, जो रविवार को भी जारी रहने से निचले इलाकों में पानी भर गया. एक मौसम अधिकारी ने बताया कि रांची में शनिवार सुबह साढ़े 8 बजे से रविवार शाम साढ़े पांच बजे के बीच 70 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. करम टोली चौक, रिम्स व कोकर रोड और कांके रोड समेत रांची के कई हिस्सों में यातायात बाधित हुआ और भारी बारिश के कारण कई सड़कें जलमग्न हो गईं.
रांची मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद ने कहा, 'निम्न दबाव प्रणाली के कारण राज्य में भारी बारिश हुई. निम्न दाब क्षेत्र फिलहाल पश्चिम बंगाल के पश्चिमी हिस्सों और झारखंड के आसपास के इलाकों में है. अगले 24 घंटों में इसके धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का अनुमान है.' उन्होंने कहा कि इस भारी बारिश को मॉनसूनी बारिश नहीं माना जाएगा क्योंकि झारखंड में चार महीने लंबे मॉनसून सीजन के दौरान बारिश की मात्रा निर्धारित करने की प्रक्रिया शनिवार को खत्म हो गई.
राज्य में 26 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई. उन्होंने कहा कि भारी बारिश से झारखंड में भूमिगत जल स्तर को बढ़ाने में मदद मिलेगी. रविवार को राज्य में 25 मिलीमीटर बारिश हुई. शनिवार सुबह साढ़े 8 बजे से रविवार सुबह साढ़े 8 बजे तक राज्य में सबसे अधिक 113 मिलीमीटर बारिश बोकारो जिले के तेनुघाट में दर्ज की गई. इसके बाद गिरिडीह जिले के नंदाडीह में 93.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई.
मौसम विभाग के अनुसार रविवार को रांची, रामगढ़, गुमला, लोहरदगा और हज़ारीबाग जिलों के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा हुई. आनंद ने कहा कि झारखंड में चार अक्टूबर तक बारिश जारी रहने का अनुमान है. उन्होंने कहा कि लोहरदगा, गुमला और सिमडेगा के कुछ हिस्सों के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है, जहां दो अक्टूबर को भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)