RBI की एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 2,30,971 नकली नोट पकड़े गए हैं. जाली नोटों में सबसे ज्यादा संख्या 500 और 2000 रुपये के नोटों की है. आइए समझते हैं कि नोटबंदी के पहले और बाद के 5 सालों में नकली नोटों को रोकने में RBI कितना सफल रहा, कितने नकली नोट बरामद हुए और नकली नोट मिलने पर क्या करें?
नोटबंदी के 6 साल: दावा था नकली करंसी रोकने का RBI इसमें कितना सफल हुआ, पढ़ें रिपोर्टपीएम नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर, 2016 को देश में नोटबंदी का ऐलान किया. 8 नवंबर, 2016, वो ऐतिहासिक तारीख जब पीएम नरेंद्र मोदी ने देश में नोटबंदी का ऐलान किया. नोटबंदी लागू करते वक्त इसके कई फायदे गिनाए गए थे. कहा गया था कि इससे नकली करंसी पर लगाम लगेगी, काला धन खत्म होगा, कैशलेस इकॉनमी बढ़ेगी और रियल एस्टेट सेक्टर पारदर्शी होगा. केंद्र सरकार ने नोटबंदी के फायदे गिनाए और इससे अर्थव्यवस्था को फायदा होने की बात कही, लेकिन RBI की रिपोर्ट कहती है, नोटबंदी के बाद भी नकली करंसी मिलने के मामले मिलने बंद नहीं हुए हैं.
RBI की एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 2,30,971 नकली नोट पकड़े गए हैं. जाली नोटों में सबसे ज्यादा संख्या 500 और 2000 रुपये के नोटों की है. आइए समझते हैं कि नोटबंदी के पहले और बाद के 5 सालों में नकली नोटों को रोकने में RBI कितना सफल रहा, कितने नकली नोट बरामद हुए और नकली नोट मिलने पर क्या करें?
RBI की एनुअल रिपोर्ट कहती है, नोटबंदी से पहले जाली नोटों के बरामद होने का आंकड़ा ज्यादा है. नोटबंदी के पहले पिछले 5 सालों में औसतन हर साल 6 लाख जाली नोट बरामद किए गए. सालवार आंकड़ा देखें तो जाली नोटों की संख्या बढ़ी. वित्त वर्ष 2012-2013 में देशभर से कुल 4,98,252 नोट बरामद किए गए. वहीं 5 साल बाद इसका आंकड़ा बढ़कर 7,62,072 हो गया.
नोटबंदी के बाद जाली नोटों का आंकड़ा कितना बढ़ा-घटा अब इसे समझ लेते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, नोटबंदी के बाद साल दर साल जाली नोटों का आंकड़ा घटा है. घोषणा के अगले साल यानी वित्त वर्ष 2017-2018 में देश भर से 5,22,783 जाली नोट बरामद किए गए. अगले पांच साल बाद यानी 2021-2022 तक यह आंकड़ा घटकर 2,30,971 तक पहुंच गया.
नोटबंदी के बाद के पिछले 5 सालों का रिकॉर्ड देखें तो सबसे ज्यादा 500 और 2000 के नोट बरामद हुए हैं. वित्त वर्ष 2021-22 की रिपोर्ट कहती है, 500 रुपये के 92,237 जाली नोट बरामद किए गए. पिछले साल से इसकी तुलना करें तो यह आंकड़ा दोगुना है. 2020-21 में 39,453 नोट बरामद हुए थे.2020-21 में 2000 रुपये के 8,798 जाली नोट पकड़े गए थे. वित्त वर्ष 2021-22 में यह आंकड़ा बढ़कर 13,604 तक पहुंच गया.
ATM में नकली नोट मिलने पर वहां लगे सीसीटीवी में नोट के दोनों हिस्सों को दिखाएं. सिक्योरिटी गार्ड को इसकी जानकारी दें और ATM की रसीद अपने पास जरूर रखें. उस नोट को बैंक में जमा करें. अपनी प्रक्रिया को फॉलो करते हुए बैंक उसे जमा करेगा और आपको उसके बदले दूसरे नोट देगा. इस दौरान बैंक को एटीएम की रसीद जरूर दिखाएं.RBI की गाइडलाइन कहती है, बैंक को जाली नोट जमा करना पड़ेगा, अगर बैंक ऐसा नहीं करता है तो RBI उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकता है.
जाली नोट रखने या सर्कुलेट करने पर देश में कड़ी सजा का प्रावधान है. इसके मामले उम्रकैद की सजा तक का प्रावधान है. जाली नोट को सर्कुलेट करने पर IPC सेक्शन 489C के तहत जुर्माना या फिर 7 साल से लेकर उम्रकैद तक हो सकती है. या फिर कैद की सजा के साथ जुर्माना भी वसूला जा सकता है.
Edited By: अंकित गुप्ता