लंदन. यूनाइटेड किंगडम एक बार फिर बैकफुट पर है. मई 2021 में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के कारण यहां नए मामलों में करीब 50 फीसदी की उछाल देखी गई है. UK लंदन के इम्पीरियल कॉलेज द्वारा की गई स्टडी में ये बात सामने आई है. जब प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने हाल ही में अनलॉक की प्रक्रिया को जुलाई तक टालने का फैसला किया है. अब सरकार की ओर से बयान दिया गया है कि स्टडी भी प्रधानमंत्री के फैसले को सही ठहराती है. बोरिस जॉनसन ने हाल ही में ऐलान किया था कि अब अनलॉक की प्रक्रिया 19 जुलाई 2021 से लागू होगी, जो कि जून में शुरू होने वाली थी. ये फैसला डेल्टा वैरिएंट के तेज़ी से फैलने के कारण लिया गया था, जो भारत में सबसे पहले पाया गया था. स्टडी के मुताबिक, नए वैरिएंट का विस्तार अब तेजी से हो रहा है. सिर्फ 11 दिन में ही मामले डबल हो रहे हैं. बहुत ही निराशाजनक संकेत हैं. इस स्टडी के लिए करीब 1 लाख से अधिक लोगों की जांच की गई. ब्रिटेन में करीब आधा युवा आबादी ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज़ ले ली हैं, जबकि करीब तीन तिहाई हिस्से को एक डोज़ लग चुकी है. ऐसे में स्टडी में कहा गया है कि जल्द से जल्द वैक्सीनेशन को पूरा करने की ज़रूरत है.