वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फाइनेंशियल ईयर 2022-23 के लिए देश का आम बजट पेश कर दिया है। बजट की पोटली से इस बार किसानों के लिए कई योजनाओं का ऐलान हुआ है। वहीं सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि के बजट में भी 3 हजार करोड़ रुपये बढ़ाने का ऐलान किया है। ऐसे में इस वित्त वर्ष में किसानों के अकाउंट में 68 हजार करोड़ रुपये पीएम किसान सम्मान निधि के तौर पर तीन किस्सतों में आएंगे। आइए जानते है पीएम किसान का बजट बढ़ने के बाद भी आपकी पीएम किसान निधि क्यों नहीं बढ़ी।
पीएम किसान के आंकडों पर गौर करें तो बीते फाइनेंशियल ईयर में सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि के लिए 65 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए थे। जिसमें 10वीं किस्त में सरकार ने 13 करोड़ से ज्यादा किसानों के अकाउंट में 20 हजार 800 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए थे।
में हर किस्त में लाभ पाने वाले किसानों की संख्या में इजाफा हो रहा है। देश में अभी भी बहुत से किसान पीएम किसान का लाभ पाने से वंचित है जो कि पीएम किसान की वेबसाइट पर अपना रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। इसलिए पीएम किसान का बजट बढ़ने के बावजूद किस्त में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी।
इसके साथ ही इस बजट में कृषि में नवीनतम तकनीकों को बढ़ावा देने के साथ-साथ प्राकृतिक और जीरो बजट खेती को प्रोत्साहित करने की बात कही गई है। वित्तमंत्री ने कहा कि सरकार साल 2022-23 में किसानों के गेहूं और चावल की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिये 2.37 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी। हालांकि, वित्तमंत्री ने बजट में एमएसपी की गारंटी देने के संबंध में कुछ नहीं कहा।