महाराष्ट्र : CM एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में महाराष्ट्र में भाजपा और शिंदे की गठबंधन सरकार है। भले ही देवेंद्र फडणवीस ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में सरकार में काम करना कबूल लिया हो लेकिन प्रदेश भाजपा प्रमुख के गले से अभी तक यह बात नहीं उतर पाई है। चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस की जगह एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला पार्टी ने कलेजे पर पत्थर रखकर लिया था।
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल शनिवार को पनवेल में राज्य भाजपा की कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित कर थे। उस वक्त उन्होंने यह बातें कही। चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाना निश्चित था लेकिन पार्टी को भारी मन से एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाना पड़ा। पाटिल ने हालांकि फिर सफाई देते हुए कहा कि यह फैसला सही संदेश देने के लिए लिया गया है।
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा में सबसे बड़ी एकल पार्टी भाजपा ने 30 जून 2022 को उस वक्त पूरे देश को आश्चर्यचकित कर दिया जब पार्टी की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घोषणा की कि एकनाथ शिंदे ही महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री होंगे। फडणवीस ने आगे कहा था कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में महाराष्ट्र सरकार का विकास होगा और भाजपा उनके साथ हमेशा कदम-कदम पर रहेगी।
शनिवार को प्रदेश कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए चंद्रकांत पाटिल ने कहा, “हमें एक ऐसा नेता देने की आवश्यकता है जो सही संदेश दे और प्रदेश की राजनीति में स्थिरता सुनिश्चित करे। केंद्रीय नेतृत्व और देवेंद्र जी ने भारी मन से एकनाथ शिंदे को सीएम के रूप में समर्थन देने का फैसला किया। हम नाखुश थे लेकिन निर्णय को स्वीकार करने का फैसला किया।
मीडिया रिपोर्ट्स हैं कि देवेंद्र फडणवीस भी पार्टी हाईकमान के इस फैसले से नाखुश थे। खुद प्रेस कांफ्रेंस के वक्त जब उन्होंने यह घोषणा की तो शिंदे भी उनकी तरफ देखते रह गए। फडणवीस ने पहले सरकार में रहने से साफ इनकार कर दिया था लेकिन, फिर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और पीएम नरेंद्र मोदी के आग्रह पर माने।
शनिवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे ने दावा किया कि एकनाथ शिंदे सरकार ज्यादा देर तक प्रदेश में नहीं टिक पाएगी। उन्होंने महाराष्ट्र में मध्यावती चुनाव की भविष्यवाणी भी की।